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- मोदी पर निजी निशाना...
मोदी पर निजी निशाना साधने वाले को शिवराज ने बनाया ओएसडी.!
डॉ राकेश पाठक
भोपाल। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुंबई के तुषार पांचाल को अपना ओएसडी बनाया है। उन्हें कम्युनिकेशन एडवाइजर की ज़िम्मेदारी दी गई है। हैरानी की बात ये है कि जिन तुषार को शिवराज ने ये अहम ओहदा दिया है वे ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निजी निशाना साधते रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने लाला रामदेव,श्रीश्री रविशंकर और जग्गी वासुदेव हिन्दू धर्म का भक्षक भी कहा है।
इस नियुक्ति पर बीजेपी और संघ के भीतर से भी खुल कर सवाल उठ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सूचना सलाहकार के तौर पर मुम्बई के तुषार पांचाल की नियुक्त से राजनैतिक हलकों में सवाल उठाने लगे हैं। तुषार के मोदी पर कटाक्ष वाले पिछले ट्वीट सामने आने पर ख़ुद बीजेपी के अंदर हैरानी है।
कौन हैं तुषार पांचाल...
सोमवार को जैसे ही मप्र शासन की ओर से तुषार की बतौर ओएसडी नियुक्ति का आदेश जारी हुआ वैसे ही उनके बारे में पतारसी शुरू हुई। तुषार के ट्विटर हैंडिल पर बायो में लिखा है कि वे राजनैतिक रणनीतिकार हैं। सोमवार शाम तक ट्विटर पर उनके फॉलोअर्स की संख्या मात्र तीन हज़ार नौ सौ पैंतालीस थी। नियुक्ति की सूचना के बाद यह संख्या बढ़ी है।ख़बर लिखे जाने तक चार हज़ार चार सौ हो गई है। अब उनके बायो में 'कम्युनिकेशन एडवाइज़र टू एमपी सीएम' जुड़ गया है।
रामदेव,रविशंकर, जग्गी वासुदेव को हिन्दू धर्म का भक्षक(?) भी कहा है तुषार पांचाल ने।
मोदी पर निशाने साधने वाले ट्वीट्स
तुषार पांचाल के ट्विटर हैंडिल पर बीते वर्षों में नरेंद्र मोदी से लेकर हाल की आपदा में बड़े बड़े बाबाओं तक पर तीखे ट्वीट्स हैं। नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद तुषार ने 13 जुलाई 2015 को ट्वीट करके कटाक्ष किया था- किस्मत हो तो मोदी जैसी हो। सवाल पूछने को ऑफिस में विपक्ष का नेता नहीं,घर पर बीबी नहीं।
एक अन्य ट्वीट में तुषार ने न्यूज़ चैनलों द्वारा मोदी का गुजरात कहने पर भी कड़ी आपत्ति की थी। लिखा था कि गुजरात मोदी का नहीं है,मोदी गुजरात के हैं। अभी कोरोना काल में एक मई 2021 को शमशान में जगह की कमी वाली एक ख़बर साझा करते हुए लिखा था -कब जागोगे तुम सब हिन्दू धर्म के भक्षक?
इस ट्वीट में रामदेव, श्रीश्री रविशंकर और सद्गुरु जग्गी वासुदेव को टैग किया गया था। लाला रामदेव पर गौमूत्र और आयुर्वेद के नाम पर भी तुषार तीखे ट्वीट करते रहे हैं।
सिर्फ़ सात दिन पहले 30 मई के ट्वीट में तुषार ने रामदेव के भक्तों से सीने पर हाथ रखकर क़सम खाने को कहा कि कोरोना या हड्डी टूटने पर एलोपैथी डॉक्टर के पास नहीं जाओगे। इसमें कहा गया है कि आप लोग सिर्फ़ रामदेव की दवा और गाय के घी से ही अपना इलाज़ करवाना।
देश की तरक़्क़ी के लिये जय जय श्रीराम के नारे पर भी सवाल उठाने वाले ट्वीट तुषार ने किए हैं।
OSD बनाने पर बीजेपी में ही बवाल
मोदी आदि पर तुषार के पिछले ट्वीट सामने आने के बाद ख़ुद बीजेपी में ही सवाल उठ रहे हैं। मोदी के कट्टर समर्थक और दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने तुषार के पिछले ट्वीट्स के स्क्रीन शॉट लगा कर शिवराज सिंह को टैग करके पूछा है- क्या अब ऐसे लोग आपको चाहिये??
दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजीव तुली ने भी शिवराज सिंह को टैग करके पूछा है कि क्या सचमुच इसकी ज़रूरत है? जबकि मप्र में हमारी विचारधारा के तमाम श्रेष्ठ पत्रकार हैं। गज़ब..!
भोपाल में भी पार्टी हलकों में चर्चा है कि जो व्यक्ति पार्टी लाइन से इतर मोदी जी तक पर निशाना साधता रहा है उसे ये ओहदा कैसे मिल गया? जानकार यह भी कह रहे हैं कि ख़ुद जिस व्यक्ति के कल तक मात्र साढ़े तीन हज़ार फॉलोअर थे और गिनते के लाइक,रीट्वीट मिलते थे वो कैसा कम्युनिकेशन एडवाइज़र होगा??
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों के पूछने पर सिर्फ़ इतना कहा है कि वे इस बारे में मुख्यमंत्री से बात करेंगे।
विपक्ष में बैठी कांग्रेस भी मौका देखकर कूद पड़ी है। उसके प्रवक्ताओं ने भी तुषार के पिछले ट्वीट्स लगा कर सवाल खड़े किए हैं।
लेखक जाने माने पत्रकार है.