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- मोदी से मिले शिवराज,...
भोपाल।मध्यप्रदेश के बड़े भाजपा नेताओं की कथित सौहार्द बैठकों के बाद शुरू हुई अटकलों पर सफाई आ जाने के बाद बुधवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिले।बैठक के बाद शिवराज ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को प्रदेश में कोविड की स्थिति के बारे में बताया।
लेकिन राजनीतिक क्षेत्रों में इस मुलाकात को लेकर अलग अलग कयास लगाए जा रहे हैं। उधर कांग्रेस ने मोदी के सामने शिवराज के बैठने के अंदाज और उनकी कुर्सी पर चुटकी ली है।
उल्लेखनीय है कि पिछले पखबाडे मध्यप्रदेश के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भोपाल में पार्टी के कई नेताओं से मुलाकात की थी।उनके बाद कई अन्य नेता एक दूसरे के घर चाय पीने गए।
इन मुलाकातों के बीच यह कयास लगाये गए कि केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश में नेतृत्व में बदलाव पर विचार कर रहा है।इसको लेकर खूब अटकलें चलीं।बाद में खुद कैलाश विजयवर्गीय ने खंडन कर दिया।उन्होंने कहा कि शिवराज हमारे मुख्यमंत्री हैं!और वही मुख्यमंत्री रहेंगे।
लेकिन इसके बाद भी अटकलों का दौर जारी रहा।इसकी एक मुख्य बजह कोरोना से निपटने में शिवराज सरकार की असफलता भी है।मुख्यमंत्री कुछ भी दावे करें लेकिन यह सच है कि दमोह उपचुनाव में लगे रहने के कारण उन्होंने शुरू में कोरोना की तरफ ज्यादा ध्यान नही दिया।15 अप्रैल के बाद जब वे चेते तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सरकार के आंकड़े कुछ भी कहें लेकिन यह सच है कि अप्रैल और मई के महीने में कोरोना ने मध्यप्रदेश भारी तबाही मचाई।इसके चलते पूरे देश में बदनामी हुई। शिवराज ने मोदी से मुलाकात के बाद एक के बाद एक कई ट्वीट किए।उन्होंने हमेशा की तरह प्रधानमंत्री की तारीफ की और केंद्र सरकार द्वारा उठाये गए विभिन्न कदमों के उल्लेख किया।
इस बीच कांग्रेस ने मोदी से शिवराज की मुलाकात के दौरान उनके बैठने की व्यवस्था पर तंज कसा है। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी प्रधानमंत्री से मिले थे।अपनी मुलाकात के दौरान योगी मोदी के बराबर कुर्सी पर बैठे थे।लेकिन शिवराज को उस कुर्सी पर न बिठाकर सामने सोफे पर बिठाया गया।मोदी के बगल वाली कुर्सी खाली रखी गयी।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट करके कहा है-यह समझ में नही आता कि हमारे शिवराज जी को मोदीजी नापसंद क्यों करते हैं।दूसरे नेताओं की तरह उन्हें भी पास की कुर्सी पर क्यों नही बैठाते हैं।उन्हें हमेशा दूर क्यों रखते हैं।
अब देखिये योगी जी से नाराजगी के बाद भी उन्हें पास की कुर्सी पर बैठाया था और हमारे शिवराज जी को इतना दूर!
शिवराज और मोदी में क्या बात हुई यह तो वही दोनों जाने लेकिन एक बात साफ है कि योगी आदित्यनाथ बिना किसी कागज या फ़ाइल के मोदी से मिले थे।लेकिन शिवराज अपने साथ एक मोटी फ़ाइल ले गए थे। योगी ने मुलाकात के बाद एक ट्वीट किया था!जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात और उनसे मिले मार्गदर्शन का जिक्र किया था।
लेकिन शिवराज ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये।उन्होंने जमकर प्रधानमंत्री की तारीफ भी की।
शिवराज आज मोदी के अलाबा कई अन्य मंत्रियों से भी मिले।शिवराज के मुताविक उंन्होने मंत्रियों से प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर बात की।
उधर कांग्रेस उनके बैठने को मुद्दा बना रही है।