भोपाल

उज्जैन: दर्दनाक हादसा, ट्राले से भिड़ा वाहन, पांच लोगों की मौत

Shiv Kumar Mishra
26 Sept 2020 3:11 PM IST
उज्जैन: दर्दनाक हादसा, ट्राले से भिड़ा वाहन, पांच लोगों की मौत
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पुलिस द्वारा घायलों व मृतकों की शिनाख्ती के प्रयास किये जा रहे हैं साथ ही परिजनों को सूचना देकर कटनी से उज्जैन बुलाया गया है।

उज्जैन:पुल व अन्य निर्माण कार्यों में सेंटिंग का काम करने वाले कटनी के खिरानी बरही व खिरहनी गांव के करीब 11 मजदूर तूफान वाहन क्रमांक एमपी 20 टीए 1702 में बैठकर नीमच के लिये रवाना हुए थे। तूफान वाहन में ड्रायवर सहित कुल 12 लोग सवार थे और कटनी से शुक्रवार शाम 5 बजे नीमच के लिये रवाना हुए। तूफान वाहन सुबह करीब 3.३० बजे देवास तरफ से दताना मताना हवाई पट्टी के सामने से गुजर रहा था जबकि सीमेंट से भरा ट्राला क्रमांक एमपी 09 जीडी 4165 उज्जैन से देवास तरफ जा रहा था। दोनों वाहनों की हवाई पट्टी के सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। दुर्घटना में तूफान चालक अमर निवासी पिपरिया बंजारी कटनी सहित पांच लोगों की मृत्यु हो गई जबकि 7 लोग घायल हुए जिन्हें डायल 100 और एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया। यहां भी 4 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस द्वारा घायलों व मृतकों की शिनाख्ती के प्रयास किये जा रहे हैं साथ ही परिजनों को सूचना देकर कटनी से उज्जैन बुलाया गया है।

देवास रोड़ पर लगा जाम

दुर्घटना के बाद देवासरोड़ के दोनों ओर जाम लग गया। नरवर पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन राहत एवं बचाव कार्य पहले शुरू किया गया इस दौरान करीब एक किलोमीटर लंबी वाहनों की कतार मार्ग के दोनों ओर लग गई। पुलिस ने घायलों व मृतकों को अस्पताल पहुंचाने के बाद क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहन मुख्य मार्ग से एक तरफ हटवाये और रास्ता चालू करवाया।

घर चलाने के रुपये नहीं थे तो काम की तलाश में जा रहे थे नीमच

लॉकडाउन के पहले नीमच में पुल निर्माण के दौरान सेंटिंग का काम करते थे। लॉकडाउन में घर लौट गये। घर चलाने के रुपये नहीं बचे, गरीबी के कारण फिर काम की तलाश में नीमच के लिये निकले। तूफान में सभी लोग सो रहे थे अचानक धड़ाम की आवाज आई और सब बेहोश हो गये। कुछ लोग मर चुके थे और कुछ घायल। मुझे भी मामूली चोंट आई है, लेकिन मेरा भाई मर गया है।

यह कहना था तूफान वाहन में बैठकर काम की तलाश में नीमच जा रहे सोमदेव पिता राजा 22 वर्ष निवासी खिरानी बरही कटनी का। सोमदेव ने बताया कि पिता के पास दो बीघा खेती की जमीन है, तीन भाई हैं। घर में गुजर बसर नहीं होता इसलिये दो भाई मजदूरी करते हैं। मैं और मेरा भाई सोमचल लाकडाउन में नीमच से गांव लौट गये थे। अब फिर काम की तलाश में नीमच के लिये जा रहे थे। तूफान वाहन में सभी लोग सो रहे थे। धड़ाम की आवाज आई और मैं बेहोश हो गया। लोगों ने पानी छींटा तो होश आया। आंख खुली तो देखा पुलिस और अन्य लोग तूफान से लाशें व घायलों को निकाल रहे थे। मुझे भी चोंट लगी थी तो एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले आये। यहां पुलिस ने बताया कि मेरे भाई सोमचल की मृत्यु हो चुकी है।

एसआई अकेले करते रहे जांच

ट्राले और तूफान वाहन में भिड़ंत के बाद नरवर थाने में पदस्थ एसआई मुजाल्दा जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां घायलों को अलग-अलग वार्डों में भर्ती किया गया था जबकि मृतकों के शव पीएम रूम में रखे थे। एसआई अकेले ही तीनों जगह पहुंचकर घायलों व मृतकों की शिनाख्ती में लगे रहे। करीब तीन घंटों तक कोई दूसरा पुलिसकर्मी अस्पताल नहीं पहुंचा।

अकेले एसआई ने घायलों से परिजनों के फोन नंबर लिये, उनके फोटो खींचे व परिजनों को व्हाट्सएप पर भेजकर शिनाख्ती के प्रयास किये। एसआई ने बताया कि तूफान वाहन में रामू पिता मोहन पटवा 22 वर्ष, सोमदेव पिता राजा 28 वर्ष, बृजेश पिता रामजियावन 17 वर्ष, सोमचल पिता राजा 30 वर्ष, रामकृष्ण पिता विष्णु दयाल 25 वर्ष, दुर्गाप्रसाद पिता विनोद, राकेश पिता विजय और तूफान ड्रायवर अमरसिंह की शिनाख्त हो पाई है। इनमें से किसकी मृत्यु हुई और कौन घायल है यह भी पता नहीं चला है।

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