- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- छतरपुर
- /
- मध्यप्रदेश में...
मध्यप्रदेश में अजीबोगरीब फरमान, लॉकडाउन के चलते 15 वर्षीय पोते मृत्युभोज नहीं करने से गाँव ने किया हुक्का पानी बंद
मध्यप्रदेश में आज के युग में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहाँ एक किसान लॉकडाउन के चलते अपने 15 वर्षीय पोते का मृत्युभोज नहीं करवा पाया. उसके बाद गाँव के लोंगों ने उसका समाज से बहिष्कार कार दिया. पीड़ित ने आज थाने में लगाई गुहार.
मिली जानकारी के मुताबिक छतरपुर के किसान जग्गी पटेल के 15वर्षीय पोते की 9मार्च को कुएं में डूबने से मौत हो गई थी. लॉकडाउन के चलते मृत्युभोज नहीं करवा पाने के कारण पंचायत ने उसे समाज से निकाल दिया और साथ ही उसके यहां गांव के किसी भी व्यक्ति के आगमन और उसके सार्वजनिक कुएं से पानी भरने पर रोक लगा दी.
वहीं छतरपुर के SDPO मनमोहन बघेल ने कहा कि फरियादी ने थाना राजनगर में आवेदन दिया है कि लॉकडाउन की वजह से उन्होंने मृत्युभोज नहीं करवाया जिसके चलते पंचायत ने उन्हे बहिष्कृत कर दिया. थाना प्रभारी इस मामले की जांच कर रहे हैं. तथ्यों की पुष्टि कर दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.