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कैलाश विजयवर्गीय का दावा, इंदौर में मेरी रेकी कर रहा था बांग्लादेशी, पोहा खाने के तरीके' से पहचाना
इंदौर : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijaywargiya) ने अजीब बयान दिया है. मध्य प्रदेश के इंदौर में विजयवर्गीय ने कहा, 'मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वह बांग्लादेशी हैं.' उन्होंने ये भी दावा किया कि एक बांग्लादेशी डेढ़ साल से उनकी रेकी कर रहा था. उसकी गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ.' कैलाश विजयवर्गीय इंदौर प्रेस क्लब में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'मैं केवल इस घटना का जिक्र करते आप लोगों को आगाह करना चाहता हूं. मेरे बेटे कल्पेश की शादी है. घर में एक कमरे के निर्माण का काम चल रहा है. जो मजदूर काम कर रहे हैं, उनके खाना खाने का स्टाइल मुझे अजीब लगा. वे केवल पोहा खा रहे थे. मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और शक जाहिर किया कि क्या ये बांग्लादेशी हैं. इसके दो दिन बाद सभी मजदूर काम पर ही नहीं आए.'
'हिंदी नहीं बोल पा रहे थे मजदूर, मुझे शक हुआ..'
विजयवर्गीय ने कहा, 'मैंने ठेकेदार से बात की तो उन्होंने कहा कि ये सस्ते मजदूर दो टाइम खाने और 300 रुपए रोज में सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक काम करते हैं. वहीं, स्थानीय मजदूर 600 रुपये रोज मांगते हैं और सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही काम करते हैं. जब मैने मजूदरों से बात की तो वो हिंदी नहीं बोल पा रहे थे. वो ये तक नहीं बता पाए कि वे पश्चिम बंगाल के किस जिले या गांव के रहने वाले हैं. यानी साफ है कि वोट बैंक की राजनीति की खातिर पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में घुसपैठिये बड़ी संख्या में रह रहे हैं और उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है. हैरानी की बात है कि ये घुसपैठिये अब इंदौर में भी पहुंचने लगे हैं. मैंने तत्काल इनसे काम कराने से मना करा दिया.
बीजेपी महासचिव ने कहा, 'यह सब देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है. मैं जब बाहर जाता हूं तो मेरे साथ 6 सुरक्षाकर्मी चलते हैं, क्योंकि घुसपैठिए देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं.'
NIA ने इंदौर से पकड़ा था आतंकी
बता दें कि इससे पहले भी इंदौर में जमात-उल-मुजाहिद का मास्टर ट्रेनर आतंकी जहिरुल शेख उर्फ जाकिर पकड़ा गया था. वो यहां के आजाद नगर थाना क्षेत्र की कोहिनूर कॉलोनी से 13 अगस्त, 2019 को गिरफ्तार हुआ था. वो करीब दो वर्षों से ठिकाना बदलकर रह रहा था. एनआईए की टीम ने सब्जी बेचने के बहाने ठेला लगाकर संकरी गलियों में रेकी कर इस शातिर आतंकवादी को धर दबोचा था.