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लिव इन में थी शादीशुदा महिला, प्रेमी ने अपने ही घर में गाड़ दिया, पुलिस ने ऐसे किया चौकानें वाला खुलासा
मध्य प्रदेश के खरगोन में अपने नए घर में प्रेमिका को मारकर गाड़ने वाला आरोपी पकड़ा गया है. चरित्र शंका होने के चलते प्रेमिका की हत्या की गई थी. महिला को गाड़ने के लिए पहले से ही घर में गड्ढा कराया और सगे भाई, चचेरे भाई और मां ने मिलकर महिला के शव को 3 से 4 फीट के गड्ढे में गाड़कर सीमेंट से प्लास्टर किया था. आरोपी घटना के बाद से ही फरार था.
पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में सहयोग करने वाले करने वाली मां, भाई और चचेरे भाई को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था.
जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर भीकनगांव थाना क्षेत्र के मोहनखेड़ी में बंद घर के दूसरे कमरे में मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में खुदाई करने पर सीमेंट प्लास्टर के नीचे गड़ा महिला का शव मिलने से सनसनी फैली थी. 3 जनवरी 2021 को थाना भीकनगांव पर अपनी लड़की छायाबाई के बिना बताये कहीं चले जाने की सूचना पर गुमशुदगी कायम कर विवेचना में लिया गया.
परिजनों द्वारा यह आशंका व्यक्त की थी कि ग्राम मोहनखेड़ी के संतोष गोलकर के साथ प्रेम संबंध होने की वजह से उसी के साथ गई होगी. संतोष गोलकर और छायाबाई की तलाश शुरू की गई एवं मुखबिरों को जानकारी एकत्रित करने में लगाया गया.
27 जनवरी 2021 को सूचना प्राप्त हुई कि छायाबाई को जान से मारकर शव को संतोष ने अपने ही घर में दफना दिया है. सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसडीएम भीकनगांव से घर खुदाई की लिखित अनुमति प्राप्त कर कार्यपालक मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार भीकनगांव की उपस्थिति में संतोष गोलकर के मकान की खुदाई कराई तो करीब 3 फिट 5 इंच पर छायाबाई का शव मिला. इस दौरान परिस्थितिजन्य साक्ष्यों व कथनों के आधार पर आईपीसी की धारा 302 , 201, 34 का केस कायम कर विवेचना में लिया गया.
पुलिस अधीक्षक खरगोन शैलेन्द्र सिंह चौहान के द्वारा हत्या के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया. फरार आरोपी संतोष पिता किशोर गोलकर उम्र 42 साल निवासी मोहनखेड़ी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा फरार आरोपी की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी. इस कार्यवाही के लिए मुखबिरों को एवं पुलिस स्टाफ को सक्रिय कर सूचनाएं जमा की गई, जिसके परिणामस्वरूप भीकनगांव पुलिस द्वारा हत्या के मुख्य आरोपी संतोष को गिरफ्तार किया गया.
आरोपी ने पूछताछ करने पर बताया उसका और छायाबाई के बीच प्रेम संबंध था, दोनों शादी करना चाहते थे, जिस पर से संतोष ने अपनी जमीन बेचकर नया मकान बनाया व अन्य व्यवस्थाएं की परन्तु संतोष गोलकर को छायाबाई के चरित्र पर शंका हो गई. उसने गांव के ही मजदूरी करने वाले बाला पिता दमडिया को पानी की टंकी बनाना है, बोलकर 200 रुपये मजदूरी देने का बोला और घर में गड्डा खुदवा लिया. फिर छायाबाई को अपने घऱ बहाने से बुलाकर उसकी हत्या कर दी और अपने घर में बने गड्डे में मां सकुबाई, भाई सुनीील व बुआ के लड़के अनिल को जो की मिस्त्री का काम करता है, सभी ने मिलकर मृतका छायाबाई के शव को दफना दिया एवं ऊपर से प्लास्टर कर दिया जिससे किसी को शक न हो.
घटना के बाद से मुख्य आरोपी संतोष फरार हो गया. 5 फरवरी 21 को प्रकरण में सह आरोपी सुनिल पिता किशोर उम्र 28 साल मोहनखेड़ी, अनिल पिता मिठाराम उम्र 25 साल पिपराड, सकुबाई पति किशोर उम्र 58 साल मोहनखेड़ी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया. घटना का मुख्य आरोपी संतोष जो कि घटना दिनांक से ही फरार था, मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त होने पर घेराबंदी कर जिला बेतूल से विधिवत गिरफ्तार किया गया है.