- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्यप्रदेश
- /
- वरिष्ठ पत्रकार डॉ...
वरिष्ठ पत्रकार डॉ राकेश पाठक ने आईएएस शैलबाला मार्टिन के साथ की नए सफर की शुरुआत
वरिष्ठ पत्रकार व 'कर्मवीर' पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ. राकेश पाठक ने मध्य प्रदेश कैडर की आईएएस, इन दिनों राज्य मंत्रालय, वल्लभ भवन भोपाल में एडिशनल सेक्रेटरी (सामान्य प्रशासन विभाग) के पद पर तैनात शैलबाला मार्टिन के साथ नए सफर की शुरुआत की है. ये जानकारी खुद वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राकेश पाठक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है.
आपको बता दें कि डॉ. राकेश पाठक नवभारत, नईदुनिया, नवप्रभात, प्रदेश टुडे के संपादक रह चुके हैं। वे datelineindia,और DNN चैनल में भी पूर्व एडिटर इन चीफ़ रह चुके हैं। वर्तमान में वे कर्मवीर के चीफ एडिटर हैं।
अब पढ़िए वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राकेश पाठक ने अपने फेसबुक पोस्ट में क्या लिखा है..
#अब_सुख_दुःख_की_साथी_हैं_शैलबाला_मार्टिन
आत्मीय स्वजनो,
आज हम आपसे अपने सुख दुःख की साथी मिस शैलबाला मार्टिन Shailbala Martin का परिचय करवा रहे हैं।
शैल जी इंदौर की निवासी हैं। मप्र काडर की आईएएस अधिकारी हैं। कलेक्टर, निगम कमिश्नर रहीं हैं। मप्र सरकार में अनेक अहम पदों का दायित्व निभा चुकी हैं।
इन दिनों राज्य मंत्रालय,वल्लभ भवन भोपाल में एडिशनल सेक्रेटरी (सामान्य प्रशासन विभाग) के पद पर पदस्थ हैं।
एक कर्मठ और संवेदनशील प्रशासक होने के साथ शैल यदा कदा लिखती भी हैं।
उनकी सीरीज़ 'अमी एक जाजाबोर' (मैं एक यायावर) उनकी फ़ेसबुक वॉल पर पढ़ी जा सकती है।
इसमें वे अपने आसपास की दुनिया को एक अलग नज़र से देखती और दर्ज़ करतीं हैं।
अगर ऐसे ही लिखती रहीं तो भविष्य में इसी शीर्षक से उनकी क़िताब आएगी। ज़ाहिर है लिखेंगीं ही।
हम बीते लगभग दो बरस से मित्र हैं। इस संग साथ में हमने जाना कि शैल हमारी हमख़याल होने के साथ साथ एक बेहतरीन इंसान हैं।
अब हम जीवनसाथी होने जा रहे हैं।
बाबा कबीर कह गए हैं...
ये तो घर है प्रेम का खाला का घर नाय
सीस उतारे भूँय धरे तब बैठे घर माय।
सो हम दोनों अपना अपना शीश उतार कर प्रेम के घर में बस रहे हैं।
पिछले दिनों एक पारिवारिक आयोजन में दोनों बेटियों सौम्या और शची ने शैल का पूरे परिवार के साथ परिचय करवाया।
बेटियों की नानी माँ सहित पूरे कुटुंब ने शैल का पाठक परिवार में स्नेहसिक्त स्वागत किया।
शैल के बड़े भाइयों विनय जी और विनोद जी सहित पूरे परिवार का आशीर्वाद भी हम दोनों को मिला है।
★ मेरी धर्मपत्नी प्रतिमा प्रकृति प्रदत्त आयु को पूर्ण कर सन 2015 में अनंत की यात्रा पर प्रस्थान कर गईं थीं।
अपनी अदम्य जिजीविषा से उन्होंने पांच साल ब्लड कैंसर से मोर्चा लिया था।
अब आगे की यात्रा शैल के साथ तय होगी।
आपकी शुभकामनाएं हमारा मार्ग प्रशस्त करेंगीं।