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- क्या है पेसा एक्ट ?...
क्या है पेसा एक्ट ? सीएम शिवराज क्यों एमपी में पेसा एक्ट करने जा रहे हैं लागू, पढ़िए
मध्यप्रदेश में 15 नवंबर मंगलवार से पेसा एक्ट लागू हो जाएगा। हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि पेसा एक्ट क्या है...और इसको लागू क्यों किया जा रहा है। दरअसल,यह पेसा एक्ट जनजातीय गौरव दिवस के दिन लागू होगा। पेसा एक्ट बड़े उद्देश्य को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस एक्ट के माध्यम से आदिवासी परम्परा, रीति-रिवाजों, संस्कृति का संरक्षण और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस एक्ट के तहत ग्राम सभा में एक ग्राम समिति होगी। उस समिति का अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति समुदाय की ही व्यक्ति होगा। इस एक्ट के मुताबिक ग्राम समिति ही ग्राम के अहम निर्णय लेगी, इतना ही नहीं नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध, बाजारों की देख-रेख, ऋण वसूली, पलायन करने वालों की जानकारी रखेगी और समय-समय पर इसकी समीक्षा भी की जाएगी।
पेसा एक्ट के बारे में जानिए
जानकारों की माने तो ये एक्ट आदिवासियों को ध्यान मे ंरखकर बनाया गया है। दावा किया जा रहा है कि आदिवासियों के लिए बने इस एक्ट से इस समुदाय के विकास में काफी योगदान देना वाल साबित होगा। दरअसल, पेसा एक्ट के तहत आदिवासियों की पारंपरिक प्रणाली को मान्यता दी गई है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने पंचायत (अनुसूचित क्षेत्र के लिए विस्तार) (पेसा) अधिनियम 1996 कानून लागू किया था। फिलहाल 5वीं अनुसूची में छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, गुजरात, हिमाचल, राजस्थान, तेलंगाना और राजस्थान में लागू है। मध्यप्रदेश में इसे पूरी तरह से लागू नहीं किया गया था, यह अब 15 नवंबर यानी दिन मंगलवार से लागू हो रहा है।
क्या सियासी दांव है पेसा एक्ट ?
औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का 15 नवंबर को पहली बार मध्य प्रदेश आगमन हो रहा है। राष्ट्रपति की उपस्थिति में शहडोल जिले में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है, जहां पेसा एक्ट आधिकारिक रूप से लागू करने की घोषणा की जाएगी। बताया जा रहा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान पेसा एक्ट के रूप में बड़ा दांव खेलने जा रहे हैं।
दरअसल, पीएम मोदी द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश में इस अवसर पर जनजातीय भाई-बहनों के कल्याण के लिए पेसा एक्ट लागू करने जा रहा है। राज्य स्तरीय कार्यक्रम शहडोल में होगा।