- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- महाराष्ट्र में...
महाराष्ट्र में सुबह-सुबर भूकंप से कांपी धरती, जानें कितनी रही तीव्रता
महाराष्ट्र में सुबह-सुबर भूकंप से कांपी धरती
Earthquake: आज सुबह सुबह महाराष्ट्र में भूंकप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.5 मापी गई। हालांकि भूकंप की तीव्रता बेहद कम थी जिसके चलते यह ज्यादा महसूस नहीं हो सका। सुबह-सुबह पांच बजकर नौ मिनट पर यह भूंकप के झटके महसूस हुए। राहत की बात यह है कि इस भूकंप में जानमाल के किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। आमतौर पर भूकंप के ऐसे झटके लोगों को महसूस नहीं हो पाते। फिर भी लगातार रह-रहकर आते भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के इस इलाके में पिछले कुछ दिनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस होते रहे हैं। ऐसे में लोग अब इसको लेकर चिंता में हैं।
जानिए क्यों आता है भूकंप
बता दें कि धरती की मोटी परत जिसे टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से दूसरे स्थान पर चली जाती है। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूसरी प्लेट से दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से आपस में टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती कांप उठती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।
भूकंप में अपना कैसे करें बचाव
अगर अचानक भूकंप आ जाए तो घर से बाहर खुले में तुरंभ जाएं। यदि आप घर में फंस गए हों तो बेड या मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं। घर के कोनों में खड़े होकर भी खुद को बचा सकते हैं। भूकंप आने पर लिफ्ट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। खुले स्थान में जाएं। पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें। इसके अलावे भूकंप रोधी मकान भी उतने ही जरूरी होते हैं। यह हालांकि बहुत महंगा नहीं होता, पर इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के कारण अक्सर लोग इसकी अनदेखी कर बैठते हैं।
Also Read: विश्व कप के फाइनल मुकाबले में विराट कोहली ने किया अपने नाम यह खास रिकॉर्ड, जानिए यहांEarthquake occurred in Maharashtra in the morning, know its intensity on Richter scale.
उद् भव त्रिपाठी
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा haribhoomi.com में एक्सप्लेनर राइटर के रूप में चार महीने का अनुभव प्राप्त है। वर्तमान में Special Coverage News में न्यूज राइटर के रूप में कार्यरत हूं। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग और लप्रेक लिखने में विशेष रुचि है।