महाराष्ट्र

शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के विवादित बोल, 'राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे', भड़की BJP का हल्ला बोल...दर्ज कराई FIR

Arun Mishra
4 Jan 2024 7:12 AM GMT
शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड के विवादित बोल, राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे, भड़की BJP का हल्ला बोल...दर्ज कराई FIR
x
जितेंद्र आव्हाड के इस बयान को लेकर देशव्यापी विरोध हो रहा है. बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया.

महाराष्ट्र : एनसीपी शरद पवार गुट के विधायक और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रभु श्रीराम को लेकर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी ने विधायक जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ मुंबई के घाटकोपर थाने में शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी विधायक ने थाना पहुंचकर एनसीपी विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है.

दरअसल, जितेंद्र आव्हाड ने बुधवार को महाराष्ट्र के शिरडी में एक कार्यक्रम में कहा था कि भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वह मांसाहारी थे. 14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन खोजने के लिए कहां जाएगा? ये सही या गलत? मैं हमेशा सही कहता हूं.

जितेंद्र आव्हाड के इस बयान को लेकर देशव्यापी विरोध हो रहा है. बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया. जब हंगामा शुरू हो गया तो उनसे उनके बयान पर स्पष्टीकरण मांगा गया. फिर भी उन्होंने कहा, ‘वो अपने बयान पर कायम हैं. राम मांसाहारी थे. राम क्षत्रीय थे और क्षत्रीय मांसाहारी होते हैं.’

जितेंद्र आव्हाड के बयान को लेकर बुधवार देर शाम जमकर हंगामा हुआ। अजित गुट के NCP कार्यकर्ताओं ने ठाणे स्थित आव्हाड के घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। वे जितेंद्र आव्हाड के घर पर भगवान राम की तस्वीर लेकर आरती करने पहुंचे थे। उन्होंने 'जय श्री राम' और 'जितेंद्र आव्हाड मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए।

इस घटना के बाद जितेंद्र आव्हाड के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई। हालांकि, विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। जैसे ही प्रदर्शनकारी वहां से गए, जितेंद्र आव्हाड के लोगों ने उस जगह को गोमुत्र से साफ किया।

बीजेपी विधायक राम कदम ने इस बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘जितेंद्र आव्हाड का यह काफी बेहूदा बयान है. क्या वो देखने गए थे कि श्रीराम जंगल में क्या खाते थे. इन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है कि कैसे 22 तारीख को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन हो रहा है. इतने बड़े बयान के बाद राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे चुप क्यों हैं?’

Next Story