महाराष्ट्र

महाराष्ट्र विधानसभा : स्पीकर को लेकर दो पार्टियों में जंग जारी,उद्धव को कुछ ही देर में साबित करना है बहुमत

Sujeet Kumar Gupta
30 Nov 2019 11:29 AM IST
महाराष्ट्र विधानसभा : स्पीकर को लेकर दो पार्टियों में जंग जारी,उद्धव को कुछ ही देर में साबित करना है बहुमत
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नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा का शनिवार को विशेष सत्र बुलाया गया है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस) की सरकार सदन में आज ही विश्वास मत (फ्लोर टेस्ट) साबित करेगी। वहीं, स्पीकर के पद के लिए कांग्रेस की तरफ से नाना पटोले और भाजपा के किसन कठोरे उम्मीदवार होंगे। इसके लिए रविवार को चुनाव होगा। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बहुमत साबित करने के लिए उद्धव ठाकरे को 3 दिसंबर तक का वक्त दिया है। शुक्रवार को राकांपा के वरिष्ठ विधायक दिलीप वलसे पाटिल को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था।

सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम और स्पीकर को लेकर कांग्रेस और एनसीपी में रस्साकशी है. कांग्रेस-एनसीपी दोनों ही पार्टियां स्पीकर का पद नहीं छोड़ना चाहती थीं. कांग्रेस ने NCP के सामने स्पीकर की पोस्ट छोड़ने के बदले दो डिप्टी सीएम के पदों का रखा प्रस्ताव. सूत्रों के मुताबिक एनसीपी इस प्रस्ताव पर राजी नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के ज्यादातर विधायक पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं. वहीं कांग्रेस के पास वरिष्ठ नेताओं की कोई कमी नहीं है, कांग्रेस के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण भी मैदान में हैं. विधानसभा अध्यक्ष पद को भी कांग्रेस की ही पसंद कहा गया है.

सरकार को आज साबित करना है बहुमत

उद्धव सरकार को महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से बहुमत के लिए 145 सीटें चाहिए. महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शिवसेना के 56, एनसीपी के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक शामिल हैं. शिवसेना कुछ निर्दलीय और क्षेत्रीय दलों के विधायकों के समर्थन का भी दावा कर रही है.

दिलीप वाल्से-पाटिल करेंगे विधानसभा के विशेष सत्र की अध्यक्षता

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता दिलीप वाल्से-पाटिल महाराष्ट्र विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) होंगे. दिलीप वाल्से आज यानी शनिवार को बुलाए गए सदन के विशेष सत्र की अध्यक्षता करेंगे. बता दें कि उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अब उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करना है. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस वाली सत्तारूढ़ 'महा विकास अघाड़ी' ने अपने पास 170 विधायकों का समर्थन होने की बात कही है।



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