महाराष्ट्र

संकट में उद्धव सरकार ? शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया, शिंदे बोले- हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक

Arun Mishra
21 Jun 2022 5:14 PM IST
संकट में उद्धव सरकार ? शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया, शिंदे बोले- हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक
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वहीं एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं. बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है.

मुंबई: महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ठाकरे सरकार में मंत्री और उन्हीं की पार्टी शिवसेना के शीर्ष नेता एकनाथ शिंदे कथित तौर पर भाजपा शासित गुजरात में सूरत के मेरिडियन होटल में पार्टी के 21 अन्य विधायकों के साथ ठहरे हुए हैं. उनसे पार्टी नेता संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उद्धव ठाकरे सरकार पर खतरे की घंटी बज गई है.

महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को चीफ व्हिप पद से पार्टी ने हटा दिया है. उनकी जगह पर अजय चौधरी नए चीफ व्हिप बनाए गए हैं. शिंदे अब पार्टी के विधायक दल के नेता नहीं हैं. बता दें कि ठाकरे सरकार में मंत्री शिंदे ने कड़ा रुख अपनाते हुए पार्टी के 21 अन्य विधायकों के साथ गुजरात पहुंच गए हैं. वह सूरत के मेरिडियन होटल में पार्टी विधायकों के साथ ठहरे हुए हैं. उनसे पार्टी नेता संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. उनके इस कदम से उद्धव सरकार मुश्किलों में फंसती हुई नजर आ रही है.

वहीं एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं. बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे.

सूत्रों का कहना है कि शिंदे के साथ शिवसेना के 35 विधायक सूरत के एक होटल में रुके हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि शिंदे के समर्थन में 35 विधायक हैं। सियासी गलियारे में चर्चा यह भी है कि शिंदे शिवसेना को तोड़ सकते हैं। विधायकों के सूरत पहुंचने के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों की आपात बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ विधायकों को दिल्ली तलब किया है। शरद पवार भी बैठक कर रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि ताजा राजनीतिक हालात पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए देवेंद्र फड़णवीस दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। शिंदे यदि शिवसेना को तोड़ते हैं तो उन्हें दल बदल कानून से बचने के लिए 36 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। पश्चिमी महाराष्ट्र में शिंदे की अच्छी पकड़ मानी जाती है। उनके साथ और विधायक यदि आ जाते हैं तो इसमें हैरानी वाली बात नहीं होगी।


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