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भारत में एक ही बस्ती में कोरोना से पांच मौत के बाद मचा हडकम्प, 43 लोग पॉजिटिव
एशिया की सबसे बड़ी स्लम बस्ती धारावी में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। रविवार को यहां कोरोना के 15 नए मरीज पाए गए। इसमें से 9 राजीव गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बने क्वारंटाइन सेंटर में थे। इस तरह यहां कोरोना पेसेंट की संख्या 43 तक पहुंच गई है। इससे बीएमसी प्रशासन की नींद उड़ गई है। घनी बस्ती और झोपड़ों की वजह से यहां कोरोना वायरस फैलने का सबसे ज्यादा खतरा है। धारावी के मुकुंद नगर में कोरोना के सबसे ज्यादा 9 मरीज पाए गए हैं। वहीं, सोशल नगर में 6 और डॉ. बालिंगा नगर में 5 मरीज मिले हैं। बाकी मरीज धारावी के अन्य हिस्सों में मिले हैं।
धारावी को बचाने के लिए बना ऐक्शन प्लान
धारावी को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए बीएमसी ने स्पेशल ऐक्शन प्लान बनाया है। इस प्लान में डॉक्टर, नर्स और मेडिकल डिपार्टमेंट शामिल हैं। ऐसी 10 टीमों में विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटल्स के 24 डॉक्टर शामिल हैं, जो डोर टू डोर जाकर धारावी के रहिवासियों की जांच करेंगे। उस टीम में 2 डॉक्टर, एक एएनएम और दो सीएचपीएस शामिल होंगी। जी नॉर्थ वॉर्ड के ऑफिसर किरण दिघावकर ने बताया कि धारावी के पांच इलाकों में दो-दो टीम लोगों की जांच करेगी। इसमें कल्याणवाडी, मुकुंद नगर, सोशल नगर, मुस्लिम नगर और मदीना नगर शामिल हैं।
दिघावकर ने बताया कि टीम यहां यह जांच करेगी कि किस-किस को बुखार है, खांसी है या किसी को सांस लेने में तकलीफ तो नहीं है। इसकी जांच की जाएगी। यदि कोई बुखार से पीड़ित और कफ से परेशान पाया जाएगा, तो यह टीम उसे आगे की जांच के लिए साईं अस्पताल भेजेगी।
वॉर्ड ऑफिसर ने बताया कि लोगों की जांच करने वाली टीम की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इस टीम को पीपीई के 500 किट्स दिए गए हैं। इसी तरह 2000 मास्क, ग्लव्स आदि उपलब्ध कराए गए हैं। लोगों के शरीर का तापमान नापने के लिए टीम को 18 थर्मल स्कैनर भी दिए गए हैं। 15 लाख की आबादी वाली धारावी में पहले से ही लोगों की जांच हो रही है। वहां कैंप लगाकर लोगों की जांच की जा रही है।
धारावी के लिए विशेष
धारावी के हाई रिस्क इलाके के लोगों की क्वारंटाइन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। यहां राजीव गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 300 बेड का क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जिसमें कई लोगों को क्वारंटाइन किया जा चुका है। यहां रखे गए लोगों को पानी, खाना और मेडिकल की सुविधा बीएमसी उपलब्ध करा रही है। धारावी के सभी कंटेन्मेंट जोन का प्रतिदिन सेनेटाइजेशन किया जा रहा है। इसी तरह यहां के सभी 225 टॉयलेट्स को भी प्रतिदिन दवाओं के छिड़काव से कीटाणुमुक्त किया जा रहा है। धारावी के सभी कंटेन्मेंट जोन की सभी दुकानों को बंद कर दिया गया है। यहां लोगों तक जरूरत का सामान, फूड पैकेट्स और दवाओं की आपूर्ति बीएमसी कर रही है।
धारावी में अब तक 4 की मौत
धारावी में अब तक कोरोना वायरस के 28 मरीज पाए गए हैं। इनमें से 4 की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि एक पॉजिटिव पेसेंट ठीक होकर घर भी जा चुका है। जी नॉर्थ वॉर्ड की बात करें तो अब तक दादर में 11 और माहिम में 5 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। माहिम में एक मरीज की डेथ भी हो चुकी है। इस तरह जी नॉर्थ के तहत धारावी, दादर और माहिम में कुल 44 कोरोना मरीज मिले हैं। इनमें से 5 की डेथ हो चुकी है। यहां हाई रिस्क के 338 और लो रिस्क के 1215 लोग हैं। यहां 21 कंटेन्मेंट जोन हैं।
टॉयलेट्स की सफाई के लिए न्यूजीलैंड की मशीन का इस्तेमाल
धारावी में सार्वजनिक शौचालय की साफ-सफाई के लिए न्यू जीलैंड से मंगाई गई मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस मशीन का नाम जूनो माइक्रोब शील्ड स्प्रे है। इसका इस्तेमाल लंदन और दुबई में होता है। मुंबई के कस्तूरबा और सेवन हिल्स अस्पताल में इसका इस्तेमाल हो रहा है। इस मशीन में स्पेशल लिक्विड डाल कर टॉयलेट्स में स्प्रे किया जाता है। यह काम धारावी की सभी 225 टॉयलेट्स में हो रहा है। बता दें कि घनी आबादी वाले धारावी में अधिकतर लोग सार्वजनिक शौचालय का ही इस्तेमाल करते हैं। इससे यहां वायरस के फैलने के चांस ज्यादा हैं। धारावी में कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीएमसी ने यहां के सभी शौचालयों की साफ-सफाई के लिए विशेष व्यवस्था की है।