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- बिहार चुनाव निपटते ही...
बिहार चुनाव निपटते ही महाराष्ट्र में होगा सत्ता पलट!
- सुशांत मामले में सीबीआई के मौन, जांच पर लीपापोती और ऐम्स की रिपोर्ट में देरी के बीच मिले संजय राउत और देवेन्द्र फडणवीस, संभवतः राज्य में फिर बनेगी शिव सेना - भाजपा सरकार
- बिहार के पूर्व डीजीपी पहले ही सुशांत मामले को उछाल कर देशभर में चर्चा पाने के बाद अब बिहार चुनाव में इसे भुनाने के लिए इस्तीफा देकर कर रहे हैं चुनाव लड़ने की तैयारी
- रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी भी दशकों से टीआरपी के बादशाह रहे आजतक को पछाड़ कर इसी मुद्दे पर बन चुके हैं देश के सबसे चहेते चैनल के मालिक
- सत्ता पलट होते ही या ऐम्स की रिपोर्ट से सुशांत मामला आत्महत्या साबित होते ही अर्णब के साथ यह मुद्दा उठा रहे वकील इशकरण भंडारी और डॉक्टर सुब्रह्मण्यम स्वामी भी साध सकते हैं चुप्पी
- जल्द ही सुशांत के परिवार और करोड़ों फैन्स की आवाज को उठाने वाले हर मंच पर सज जाएगी कोई और दुकान
सुशांत मामले में जांच कर रही सीबीआई ने जहां एक तरफ चुप्पी साध ली है, वहीं दूसरी तरफ शिव सेना और ठाकरे परिवार के खासमखास सिपहसालार संजय राउत ने अचानक भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से एक फाइव स्टार होटल में गुपचुप मीटिंग की है. यह दोनों तथ्य साफ इशारा कर रहे हैं कि केंद्र में मोदी- शाह ने जिस उद्देश्य से सीबीआई को महाराष्ट्र में भेजा था, वह अब पूरा हो चुका है. लिहाजा कोई बड़ी बात नहीं कि ऐम्स अपनी रिपोर्ट में सुशांत मामले को आत्महत्या बताकर सीबीआई को क्लोजर रिपोर्ट लगाने का आधार दे दे और आने वाले कुछ दिन या एक- दो महीने के भीतर ही या संभवतः बिहार चुनाव के ठीक बाद महाराष्ट्र में शिव सेना एक बार फिर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ले.
अगर ऐसा ही होता है तो सुशांत मामले में उनके करोड़ों फैन्स के साथ-साथ सुशांत के परिवार की आवाज भी फिर कहीं कोई सुनने वाला नहीं होगा और मीडिया भी इसे ठंडे बस्ते में डाल देगा. वैसे भी , सीबीआई के महाराष्ट्र में आने के साथ ही यह कयास लगाए ही जा रहे थे कि केंद्र एक बार फिर सीबीआई का इस्तेमाल राजनीतिक उठापटक के उद्देश्य से कर रहा है. इस मुद्दे को उछाल कर काफी चर्चा पा चुके बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर भी अब इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं ही. रिपब्लिक टीवी और अर्णब गोस्वामी भी टीआरपी की रेस में दशकों से बादशाह रहे आज तक को इसी सुशांत के मुद्दे पर पछाड़ कर ताज अपने सर पर ला ही चुके हैं.