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अजीत पवार के शरद पवार से मुलाकात के बाद भी शरद पशोपेश में, विपक्षी एकता की बैठक में भी नहीं पहुंचे!
मुंबई: एनसीपी के प्रमुख शरद पवार पशोपेश की स्थिति से नहीं उभर पा रहे हैं। पंवार के भतीजे अजित पवार द्वारा अचानक पार्टी से बगावत कर मारा सरकार में अपने कुछ विधायकों के साथ उप मुख्यमंत्री बन जाने से बड़ी परेशानियां इसका प्रमुख कारण है।। अजीत के बगावत करने के बावजूद भी उन्होंने कुछ दिनों तक पार्टी को और अधिक मजबूती से सामने लाकर खड़ा करने की बातें कही थी लेकिन पिछले एक पखवाड़े से लगभग में शांत मुद्रा में नजर आ रहे हैं।
हांलांकि इसके पीछे उनकी पत्नी के बीमार हो जाना और ऑपरेशन होने का कारण भी रहा। लेकिन उनकी पत्नी का उपचार होने के बाद वापस घर लौटने पर अजित पवार भी उनके कुशल से पहुंचने पवार के निवास स्थान पर गए थे जहां उनकी मुलाकात पंवार से भी हुई। इतना ही नहीं अजीत गुट के खास माने जाने वाले राज्य सभा सांसद प्रफुल पटेल ने भी कुछ बागी विधायकों के साथ शरद पंवार के निवास पर जाकर पिछले घटनाक्रम के लिए खेद प्रकट करते हुए उनका आशीर्वाद मांगा, तथा शरद पवार को पार्टी का अध्यक्ष मानते हुए पार्टी को मजबूत करने की बात कही।
साथ ही प्रफुल्ल पटेल ने और बागियों ने इस दरमियान शरद पवार से एनसीपी को एकजुट रखने की अपील करते हुए कहा कि वो भी बीजेपी गठबंधन का हिस्सा बन जाएं। जिसके बाद अब शरद पवार ने इस पर जवाब दिया है। जिसमें उन्होंने ये साफ कर दिया कि वो बीजेपी के साथ नहीं जाने वाले हैं। अलबत्ता वे आज विपक्षी दलों की बेंगलुरु में शुरू हुई दो देसी बैठक में भाग लेने में नहीं पहुंचे न ही उनकी पुत्री उस बैठक में गई।
अब अटकलें लगाई जा रही है की क्या शरद पवार भाजपा के साथ जा सकते हैं? कुल मिलाकर फिलहाल शरद की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। चर्चा यह भी है की भाजपा के साथ नही जाने का संदेश देने के लिए वे या उनकी पुत्री कल विपक्षी दलों की बैठक में भाग लेने बेंगलूर जा सकते है।