मुम्बई

जज लोया मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कही बड़ी बात

Shiv Kumar Mishra
9 Jan 2020 9:37 AM GMT
जज लोया मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कही बड़ी बात
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जज लोया मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि मैं आज संबंधित व्यक्तियों से मिलूंगा और इस मामले के बारे में उनकी बात सुनूंगा और फिर तय करूंगा कि आगे और निष्पक्ष जांच की जरूरत है या नहीं. उनके इस बात से एक बार फिर जज लोया की मौत पर से परतें उठने की बात सामने आने लगी है.


सीबीआई के स्पेशल जज बीएच लोया की मौत की निष्पक्ष जांच कराने की मांग वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई थी. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि इस मामले में कोई जांच नहीं होगी, केस में कोई आधार नहीं है. कोर्ट ने कहा कि इस मामले के जरिए न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.

क्‍या है पूरा मामला?

बता दें कि जस्टिस लोया बहुचर्चित सोहराबुद्दीन शेख मामले की सुनवाई कर रहे थे. 2005 में सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर की मौत को फर्जी मुठभेड़ कहा गया था. सोहराबुद्दीन मुठभेड़ के गवाह तुलसीराम की भी मौत हो गई थी. इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का भी नाम जुड़ा था.

अमित शाह के पेश न होने पर जताई थी नाराजगी

मामले से जुड़े ट्रायल को सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में ट्रांसफर किया था. इस मामले की सुनवाई पहले जज उत्पत कर रहे थे, लेकिन इस मामले में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सुनवाई में पेश नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की थी. जिसके बाद उनका तबादला हो गया था. इसके बाद जस्टिस लोया के पास इस मामले की सुनवाई आई थी.

दिसंबर 2014 में हुई थी मौत

दिसंबर, 2014 में जस्टिस लोया की नागपुर में मौत हो गई थी. जिसे संदिग्ध माना गया था. जस्टिस लोया की मौत के बाद जिन जज ने इस मामले की सुनवाई की, उन्होंने अमित शाह को मामले में बरी कर दिया था.

मैग्‍जीन की रिपोर्ट में दावा- मौत साधारण नहीं

हाल ही में कुछ समय पहले एक मैग्जीन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि जस्टिस लोया की मौत साधारण नहीं थी बल्कि संदिग्ध थी. जिसके बाद से ही यह मामला दोबारा चर्चा में आया. लगातार इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी भी जारी रही थी

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