- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुम्बई
- /
- पाक जेल में 6 साल...
पाक जेल में 6 साल बिताने के बाद स्वदेश लौटे हामिद अंसारी ने सुनाई आपबीती, सुनकर रौंगटे खड़े हो जाएंगे
नई दिल्ली : पाकिस्तानी जेल में 6 साल बिताने के बाद स्वदेश लौट कर आए भारतीय नागरिक हामिद नेहाल अंसारी मुंबई स्थित अपने घर पहुंच गए हैं। हामिद ने बताया कि कैसे उन्होंने पाकिस्तान की जेल में एक-एक दिन किसी श्राप की तरह गुजारे थे। गुरुवार को एक टीवी चैनल से बातचीत में हामिद ने अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी एजेंसी ने उन्हें किस हद तक टॉर्चर किया था। हामिद ने कहा कि वहां उन्हें इतना मारा गया कि उनकी आंखों का रेटिना तक फट गया था। उन्होंने बताया कि जिस दिन उन्हें गिरफ्तार किया गया था उन्हें लगा कि अब वापस नहीं लौटेंगे।
अंसारी ने बताया कि उन्हें पिछले 6 सालों में 3 सबक मिले हैं। जिसमें शामिल है कि फेसबुक, सोशल मीडिया पर कभी किसी से प्यार न करें। अपने अपने माता-पिता से कभी भी किसी बात को न छुपाएं और न झूठ बोलें और अपनी सरकार पर भरोसा रखें।
2012 में गए थे पाकिस्तान
मुंबई के वर्सोवा निवासी हामिद नवंबर 2012 में एक लड़की की खातिर अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चले गए थे। पाकिस्तान के कोहट में लॉज में रुके थे जहां से खुफिया एजेंसी के लोगों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और जासूसी का केस चलाया गया। अब भारत वापस लौट आए हैं।
न दिन का पता था न रात का
हामिद ने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें जमीन से 15 फीट नीचे एक काल कोठरी में रखा गया था। जहां न दिन का पता था और रात का। पाकिस्तानी जेलरों का जब मन करता था वह उन्हें मारते थे। उन्हें एक बार सर्दियों में वहां एक हफ्ते तक खड़ा रखा गया। अगर झपकी आती थी तो वह कहीं से भी मारते थे और इस दौरान की आंखों पर एक काली पट्टी भी बांध रखी थी। कई बार ऐसा भी हुआ जब लगातार कई दिनों तक उन्हें खाना और पानी भी नहीं दिया जाता था। नहाने पर भी पाबंदी थी।
मेरा रास्ता गलत था लेकिन नियत नहीं
हामिद कहते हैं कि उनका पाकिस्तान जाने का रास्ता गलत था लेकिन उनकी नियत गलत नहीं थी। वह दिल से सोच रहे थे कि लेकिन वहां उन्हें धोखा मिला। उन्होंने कहा उन्हें पीठ में छुरा मारकर फंसा दिया। वहां जाली कार्ड रख दिए गए थे और कहा गया था कि इसके जरिए बच जाएंगे लेकिन फिर खुद ही उन्हीं लोगों ने हामिद को एजेंसी को पकड़ा दिया।
हामिद ने जिस लड़की के लिए इतना बड़ा खतरा मोल लिया उसे उन्होंने अपनी जिंदगी का बंद अध्याय बताया और कहा कि वह अपनी जिंदगी सामान्य तरीके से जीना चाहते हैं। उनकी कोशिश फ़िलहाल नौकरी पाने और जिंदगी में सेटल होने की है।