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दशहरा रैली में उद्धव ठाकरे का CM शिंदे पर तीखा हमला, बोले- 'कटप्पा को जनता माफ नहीं करेगी, इस बार का रावण अलग है'
महाराष्ट्र : दशहरा के मौके पर उद्धव ठाकरे की शिवाजी पार्क में मेगा रैली शुरू हो गई है. शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोला है. उद्धव ठाकरे ने कहा- जिसने शिवसेना से गद्दारी की, उन्हें गद्दार ही बोलूंगा। मंत्री पद उनके पास कुछ समय के लिए होगा, लेकिन इस जन्म से गद्दारी का दाग नहीं हटेगा। जोर देकर कहा है कि कटप्पा को जनता माफ नहीं करने वाली है. साफ कहा गया है कि शिवसैनिकों की गद्दी पर सिर्फ एक शिवसैनिक का ही अधिकार रहने वाला है.
ठाकरे ने कहा, सब कह रहे थे कि शिवसेना का क्या होगा। मुझे चिंता नहीं थी, जिसने जिम्मेदारी दी है, वह देख लेगा। यहां (शिवाजी पार्क में) एक भी व्यक्ति मेरा द्वारा लाया गया नहीं है। गांवों से कई लोग चलकर आए हैं। हमारा आपसे एक रिश्ता है। यह लोग मेरा साथ निभाएंगे। यही ठाकरे परिवार की कमाई है।
इस बार का रावण खोकासुर
हर साल की परम्परा के तौर पर रावण दहन होगा। इस बार का रावण अलग है। इस बार का रावण अलग है। इस बार पचास खोके (करोड़) का खोकासुर है। मैं बीमार था, उस समय जिसे जिम्मेदारी दी, उस कटप्पा ने धोखा दिया। उन्हें लगा उद्धव उठ नहीं पाएगा। वे नहीं जानते थे कि ये उद्धव नहीं उद्धव बाला साहेब ठाकरे है। विचित्र बात ये है, हमने सब दिया। मंत्री पद दिया। विधायक बनाया, मंत्री बनाया। जिन्हें दिया, वे नाराज होकर चले गए। जिन्हें दे नहीं पाया, वे निष्ठा से मेरे साथ खड़े हैं।
#WATCH | As per our yearly tradition, there will be a 'Ravana Dahan' ceremony, but the Ravana of this year is different. With time, Ravana also changes... He used to be 10-headed till now...how many heads does he have now? He is 50 times more betraying: Uddhav Thackeray pic.twitter.com/Sdubi0q6Fm
— ANI (@ANI) October 5, 2022
बाप मंत्री, बेटा सांसद, क्या कमी रह गई थी
ये शिवसेना एक दिन की नहीं है। जब तक आप मेरे साथ हैं मैं शिवसेना का प्रमुख हूं। जब तब आप कहेंगे मैं प्रमुख रहूंगा। आप मना कर देंगे तो घर चला जाउंगा। क्या कमी रही मुझसे। बाप मंत्री, बेटा सांसद, घर में एक पार्षद। फिर भी आपने पार्टी से धोखा दिया। भाजपा ने पीठ में खंजर भौंका था, इसलिए महाराष्ट्र विकास अघाड़ी बनाई। मैंने हिंदुत्व नहीं छोड़ा। जब मैं मुख्यमंत्री बना, तब ये भी थे। अमित शाह ने कहा हमारे बीच कुछ तय नहीं हुआ था। मैं शिवाजी महाराज के सामने अपने माता-पिता की शपथ लेकर कहता हूं। ढाई-ढाई साल के सीएम बनाने का तय हुआ था। अब जो किया, वो तब क्यों नहीं किया। तुम्हें शिवसेना खत्म करनी थी।
दिल पर पत्थर रखकर डिप्टी सीएम बने फडणवीस
शिंदे मेरे पिता के नाम पर बात करते हैं। उनके माता पिता दुखी होते होंगे। देवेंद्र फडणवीस दिल पर पत्थर रखकर डिप्टी सीएम बने हैं। वे कानून की बात करते हैं। शिंदे के विधायक बोलते हैं, चुनचुन कर गिन-गिन कर मारेंगे, क्या ये कानून की भाषा है। अगर ये हमारे लोगों ने बोला होता तो कार्रवाई करा देते हैं। हमारे नेता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर की धमकी दी। हमारे लोगों को तंग करना, तड़ीपार करना कौन सा कानून है। इतना ही नहीं, ग्राम पंचायत चुनाव में भी फोन करके धमकी दी जा रही है।
मैं शांत हूं, इसलिए मेरे कार्यकर्ता शांत हैं
मेरे कार्यकर्ता इसलिए शांत हैं क्योंकि मैं शांत हूं। अगर मैंने शांति छोड़ी तो आपका कानून आपके पास रह जाएगा। शिवसेना किस तरह चलानी है, ये तुम्हें सिखाने की जरूरत नहीं है। तुम मुझे हिन्दुत्व न सिखाए। मैंने बीजेपी को छोड़ा है, हिंदुत्व को नहीं। पाकिस्तान जाकर जिन्ना की कब्र पर घुटने टेकने वाले हमें हिंदुत्व सिखाओगे। नवाज शरीफ के घर खाना खाने वाले हमें हिंदुत्व सिखाओगे। आतंकवादियों से संबंध रखने वाले हमें हिंदुत्व सिखाएंगे।
गाय पर बोलते हो, महंगाई पर क्यों नहीं बोलते
आप गाय पर बोलते हो, महंगाई पर क्यों नहीं बोलते। हर चीज महंगी हो रही है, लेकिन आप कह रहे जय श्रीराम। हाथ में काम नहीं है, लेकिन आप उस पर बोलते नहीं। सुषमा स्वराज ने कहा था- जिस देश की करेंसी गिरती है, उस देश की प्रतिष्ठा भी गिरती है। आज डॉलर 80 रुपए के पार हो गया है।
चीन से हमारी जमीन क्यों नहीं छुड़ाते
अमित शाह हमें जमीन दिखाना चाहते थे। हम तो जमीन से जुड़े हैं। आज भी जमीन पर हैं। लेकिन, चीन भारत की जमीन पर घुस रहा है। उसे भगाइये। चीन से भारत की जमीन वापस लीजिए, हम तुम्हें कंधे पर उठाकर नाचेंगे। पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब दो, हमारे कार्यकर्ता आपको कंधे पर लेकर नाचेंगे।
महाराष्ट्र के सारे प्रोजेक्ट धीरे-धीरे गुजरात जा रहे हैं। लेकिन, शिंदे सरकार चुप है। जितने भी हिंदुत्ववादी हैं, वे सब एक ही व्यास पीठ पर आएं, फिर मैं अपने पिता वाला हिंदुत्व बताउंगा। इसी मंच से मेरे पिता ने कहा था- मेरा हिंदुत्व ही देशत्व है। जो इस देश से प्यार करता है, वो मुसलमान भी मेरा है। हर कोई अपना धर्म घर पर रखे। घर के बाहर निकलने पर दिल में हिंदुस्तान रखे। ये बाला साहेब ने कहा था।
सामने कोई आतंकी मशीनगन लेकर तुम्हारे सामने खड़ा है तो हमारे हाथ में भी मशीनगन होना चाहिए। यही हमारा हिंदुत्व है।