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रिहाई के बाद जेएनयू कैंपस में कन्हैया ने कहा, मोदी जी, 'मन की बात करते हैं, सुनते नहीं'

Special News Coverage
4 March 2016 5:08 AM GMT
jnu kanhaiya speech



नई दिल्ली : देशद्रोह के आरोप का सामना कर रहे जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने तिहाड़ जेल से रिहाई के कुछ घंटे बाद गुरुवार रात जेएनयू परिसर में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और एबीवीपी पर सीधा हमला बोला।

पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए कन्हैया ने कहा, 'आज मोदी जी जब संसद में बोल रहे थे, तो मेरा मन किया कि मैं टीवी में घुस जाऊं। मोदी जी का सूट पकड़ कर कहूं, जरा हिटलर की बात कर दीजिए। छोड़ दीजिए हिटलर को, मुसोलिनी की बात कर दीजिए। जिससे आपके गुरु गोलवलकर जी मिलने गए थे। मन की बात करते हैं, सुनते नहीं हैं।'


कन्हैया ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ को आपने हर-हर कहकर ठग लिया, कुछ आज अरहर से परेशान हैं। कैंपस में छात्रों की एक बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए कन्हैया ने एक बार फिर आजादी के नारे लगाए।


कन्हैया द्वारा दिए गए भाषण के अंश :

1. जेएनयू में हमला नियोजित हमला है। रोहित की लड़ाई को खत्म करने के लिए यह प्लान हुआ। 15 लाख की बात भुलाना चाहते हैं।

2. इस देस की सत्ता ने अत्याचार किया है जेएनयू से बुलंद आवाज आई है। तुम हमारी लड़ाई को मोड़ नहीं सकते। हम भारत से नहीं। भारत में आजादी मांग रहे हैं। जेएनयू देश को दिशा देने के लिए खड़ा है।

3. पहली बार यह है कि जो प्रकिया न्यायालय के अधीन है उस पर नहीं कहूंगा। प्रधानमंत्री जी ने ट्वीट किया है कि सत्यमेव जयते। मैं कहता हूं कि आपसे भारी मतभेद है। सत्यमेव जयते मेरा भी। सत्य की जीत है। मैं अपना अनुभव साझा करूंगा।

4. कन्हैया ने कहा कि सूरज को चाहे जितनी बार भी चांद कह दें वो चांद नहीं बन जाएगा. झूठ को सच बनाना मुश्किल है.

5. दाल की बढ़ती कीमतों पर कन्हैया ने सरकार पर निशाना साधा और कहा कि 'हमें हर-हर कह कर ठगा गया. देश अरहर से परेशान है.'

6. मैं सीमा पर लड़ रह जवान को सलाम। भाजपा के एक नेता ने कहा कि नौजवान लड़ रहे हैं। इस देश के किसान मर रहे हैं उनके बारे में क्या कहना चाहते हों? झूठी बहस खड़ी कर रहे हो। जो मर रहे हैं उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। लड़ाने वाले लोग जिम्मेवार हैं। संविधान में मेरा पूरा भरोसा है। संविधान की प्रस्तावना में विश्वास है। एबीवीपी दुश्मन नहीं है बल्कि विपक्ष है। हमारे मन में किसी के प्रति नफरत नहीं। एबीवीपी को हमने पानी पिला दिया।

7. कन्हैया ने जेल के अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें भारत के संविधान और न्यायपालिका में भरोसा है

8. ABVP पर बोलते हुए कन्हैया ने कहा- 'वो नकली इंकलाबी हैं, हम असली।'

9. 'कन्हैया ने आजादी के नारे लगाते हुए कहा कि देश को आरएसएस, असमानता, सामंतवाद, जातिवाद और शोषण से आजादी चाहिए।''

10. जेएनयू के बारे में कन्हैया ने कहा- 'यहां चपरासी और राष्ट्रपति के बेटे एक साथ पढ़ सकते हैं। लेकिन सरकार शिक्षा को भी बेचना चाहती है।'
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