- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
इंदिरा से भी होगा बुरा हाल, अगले चुनाव में जनता धूल चटा देगी
Special News Coverage
31 Jan 2016 3:26 AM GMT
बीबीसी की रिपोर्ट
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार पर सीधा निशाना साधा है। यशवंत सिन्हा पिछले कुछ दिनों से पार्टी में हाशिए पर चल रहे हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार शनिवार को गोवा में सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार में संवाद की कमी है और इस सरकार का हश्र आपातकाल लगाने वाली इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार जैसा हो सकता है।
एजेंसी के मुताबिक़ सिन्हा ने ये बातें 'डिफ़िकल्ट डायलॉग्स' नामक एक कार्यक्रम में कहीं, जहां सीपीआई-एम के महासचिव सीताराम येचुरी भी वक्ता के तौर पर मौजूद थे।
उन्होंने कहा, "संवाद की कोई गुंजाइश ही नहीं है। भारत के लोकतंत्र में बहुत ताक़त है, कुछ रुकावटें हो सकती हैं, वर्तमान स्थिति को लेकर कुछ चिंताएं हो सकती हैं। लेकिन भारत का महान समाज इसका ध्यान रखेगा और जो संवाद में विश्वास नहीं रखते उन्हें धूल चटा देगा।"
मोदी का नाम लिए बिना सिन्हा ने कहा, ''भारत के लोग उन्हें धूल में मिला देंगे, आप सिर्फ़ अगले चुनाव का इंतज़ार कीजिए।"
वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे सिन्हा ने 1977 के आम चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया गया था, ऐसे ही संवाद से भागने वाली सरकार उन्नीस महीने ही रह पाएगी, जो कि आपातकाल की अवधि के बराबर होंगे। उन्होंने आगे कहा, ''हम सब जानते हैं कि आपातकाल जो कि अभिव्यक्ति और असहमति की स्वतंत्रता को कुचलने का संगठित प्रयास था उसके ख़िलाफ़ भारत के लोग कैसे खड़े हो गए थे।''
जब सीताराम येचुरी ने समाज में संवाद का गला घोटने पर सवाल पूछा तो सिन्हा ने जवाब दिया, "मैं सिर्फ़ इतना कह सकता हूं कि (संवाद का) गला घोटने वाले बड़ी मुश्किल में होंगे।"
सिन्हा ने विपक्ष को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वह संसद चलने नहीं दे रहा है। लेकिन उन्होंने इस बात को भी दोहराया कि वाजपेयी सरकार में विपक्ष के साथ बातचीत कर कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया गया था।
Special News Coverage
Next Story