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उच्च शिक्षा में 4.32 करोड़ छात्र, पहले के मुकाबले 90 लाख ज्यादा दाखिले

Shiv Kumar Mishra
10 Dec 2023 11:47 AM IST
उच्च शिक्षा में 4.32 करोड़ छात्र, पहले के मुकाबले 90 लाख ज्यादा दाखिले
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4.32 crore students in higher education, 90 lakh more admissions than before

दिल्ली। उच्च शिक्षा हासिल कर रहे भारतीय छात्रों की संख्या में लगभग 90 लाख छात्रों का इजाफा हुआ है। पहले जहां उच्च शिक्षा के लिए नामांकन कराने वाले छात्रों की संख्या करीब 3.42 करोड़ थी, वहीं अब हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस में छात्रों का कुल दाखिला बढ़ कर 4.32 करोड़ हो गया है। शिक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि यह है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला लेने वाले इन कुल छात्रों में करीब दो करोड़ छात्राएं शामिल हैं।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक 2014 में उच्च शिक्षा में छात्रों का कुल नामांकन 3.42 करोड़ यानी 23 प्रतिशत था। 2021-22 के सर्वे के हिसाब से उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्रों का कुल नामांकन या दाखिला बढ़ कर 4.32 करोड़ यानी 28 प्रतिशत हो गया है।

शिक्षा मंत्री के मुताबिक मौजूदा वर्ष के लिए यह संख्या और भी अधिक हो सकती है। जहां उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ी है, वहीं शिक्षा ग्रहण करने के क्षेत्र में लड़कियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्ष 2014 की अपेक्षा आज 31.6 प्रतिशत ज़्यादा छात्राएं पढ़ रही हैं। यह रिपोर्ट उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पहले के मुकाबले एक निर्णायक वृद्धि तो दिखती है, लेकिन अभी इसे नामांकन के अपने लक्ष्य तक पहुंचना बाकी है।

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में 2035 तक उच्च शिक्षा में छात्रों का कुल नामांकन (जीईआर) 50 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च शिक्षा में सबसे अधिक नामांकन उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान जैसे राज्यों में हुआ है। अपने बेहतर प्रदर्शन के कारण ये राज्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में टॉप सिक्स में शामिल हो गए हैं। कॉलेज, टेक्निकल कॉलेज, बीटेक, एमबीबीएस समेत अन्य प्रकार की उच्च शिक्षा हासिल कर रहे छात्रों में 79 प्रतिशत छात्र अंडर ग्रेजुएट स्तर के हैं। वहीं करीब 12 प्रतिशत पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के हैं।

ग्रेजुएट स्तर पर नामांकन कराने वाले छात्रों में सबसे अधिक कला संकाय के हैं। विज्ञान पढ़ने वाले छात्र 15.5 प्रतिशत, कामर्स पढ़ने वाले 13.9 प्रतिशत और इंजीनियरिंग व तकनीक की पढ़ाई करने वाले 11.9 प्रतिशत हैं।

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