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Farm Laws Repeal: कृषि कानून वापस लेने के ऐलान पर बोले कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, इस कानून में थी क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता
नई दिल्ली : केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने कृषि कानून (Farm Law) के वापस लेने के फैसले के बाद कहा, "पीएम संसद से पास हुए 3 बिल लाए थे. इनसे किसानों को फायदा होता, इस कानून को लाने के पीछे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने की पीएम की स्पष्ट मंशा थी, लेकिन मुझे दुख है कि हम देश के कुछ किसानों को इस नए कानून का लाभ बताने में विफल रहे.'
कृषि मंत्री ने आगे कहा, "देश इस बात का गवाह है कि जब से पीएम मोदी ने 2014 में सरकार की बागडोर अपने हाथों में ली है, उनकी सरकार की प्रतिबद्धता किसानों और कृषि के लिए रही है. परिणामस्वरूप आपने देखा होगा कि पिछले 7 सालों में कृषि को लाभ पहुंचाने वाली कई नई योजनाएं शुरू की गईं.
केंद्र सरकार ने हमेशा किसानों के कल्याण के लिए कार्य किया है
केन्द्रीय कृषि मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा किसानों के कल्याण के लिए कार्य किया है. कई जगह इसका फायदा भी देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि कई किसानों को इसका फायदा भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी चाहते थें कि हमारे देश में किसानों के लिए जो बंदिशे हैं उनको खोला जाए. इसलिए हम कृषि कानून लेकर आए. लेकिन हम इन कानूनों को कुछ किसानों को समझाने में सफल नही हो पाए और इन्हे रद्द करना पड़ा .
Nation is witness to the fact that ever since PM Modi took the reins of the govt in his hands in 2014, the commitment of his govt has been for farmers & agriculture. As a result, you would've seen that in last 7 yrs many new schemes benefitting agriculture were started: Agri Min pic.twitter.com/rnGi5RcmQY
— ANI (@ANI) November 19, 2021
प्रदर्शन कर रहे किसानों को मिली बड़ी जीत
दरअसल पिछले साल लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को आज बड़ी जीत मिली है. केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है. इन कानूनों के विरोध में किसान पिछले एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम संबोधन में कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की घोषणा की.