राष्ट्रीय

PM नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राजनाथ सिंह और अमित सहित राजनीति जगत के हस्तियों ने भी जलाए दिए

Arun Mishra
5 April 2020 10:21 PM IST
PM नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राजनाथ सिंह और अमित सहित राजनीति जगत के हस्तियों ने भी जलाए दिए
x
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज पूरे देश ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीया जलाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज पूरे देश ने रात नौ बजे नौ मिनट के लिए दीया जलाया। इसमें आम लोगों से खास तक सभी की सहभागिता दिखी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनत पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगा आदित्यनाथ ने भी अपने-अपने घर के लाइट बंद कर दरवाजे पर दीये जलाए।

पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले देशवासियों से वीडियो संदेश के माध्यम से पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए अपने घर के दरवाजे या बालकनी में दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या मोबाइल का फ्लैश लाइट जलाने की अपील की थी।



गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'आशा और विश्वास की एक किरण बड़े से बड़े अंधकार को दूर कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आवाहन पर आज रात 9 बजे, नई दिल्ली के अपने आवास की लाइट बंद कर दीये जलाए। COVID-19 के विरुद्ध इस लड़ाई में पूरा देश मोदी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।'



पीएम मोदी ने भी जलाए दीप

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पीएम दी की अपील पर जहां पूरा देश रविवार की रात 9 बजे दीप जलाकर यह जता रहा था कि पूरा देश एकजुटता के साथ खड़ा है। तो वहीं इस मौके पर खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रकाशोत्सव में लोगों के साथ हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने दीप जलाने की चार तस्वीर को ट्वीट कर लोगों के साथ साझा किया। इसके साथ ही, उन्होंने इन तस्वीर के साथ संस्कृत में ये दो लाइन भी लिखा- शुभं करोति कल्याणमारोग्यं धनसंपदा । शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥


पूरे देश ने दीया जलकार कोरोना के खिलाफ दिखाई एकजुटता

इस क्षण लोगों में एक ऐसा उत्साह नजर आ रहा था कि कहीं पर लोग शंख फूंक रहे थे तो कहीं एक साथ दीए लेकर 9 मिनट तक खड़े रहे। कोरोना के खिलाफ इस नजारा को देखकर ऐसा लगा रहा था कि पूरा देश बिल्कुल एकजुट होकर मजबूती से खड़ा है। पीएम मोदी की अपील पर कोरोना को अंधकार को भगाने के लिए हर धर्म और मजहब के लोग इसमें बढ़चढ़ कर शरीक हुए।


Next Story