राष्ट्रीय

बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में मतदान, 28 अक्टूबर, 3-7 नवंबर को वोटिंग, 10 नवंबर को नतीजे

Arun Mishra
25 Sep 2020 8:46 AM GMT
बिहार विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में मतदान, 28 अक्टूबर, 3-7 नवंबर को वोटिंग, 10 नवंबर को नतीजे
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बिहार में तीन चरणों में मतदान, 10 नवंबर को नतीजे

नई दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है और अब चुनाव तारीखों का ऐलान हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोरोना संकट की वजह से दुनिया के 70 देशों में चुनावों को टाल दिया गया। कोरोना संकट के बीच बिहार और उपचुनावों को लेकर लगातार मंथन किया गया। बिहार चुनाव देश के सबसे बड़े राज्यों में है और ये चुनाव कोरोना काल का सबसे बड़ा चुनाव है।

बिहार में कुल 243 सीटों पर चुनाव होगा, राज्य में 29 नवंबर तक विधानसभा का कार्यकाल है. इस बार पोलिंग स्टेशन की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है. बिहार में 2020 के चुनाव में सात करोड़ से अधिक वोटर मतदान करेंगे. इस बार एक बूथ पर सिर्फ एक हजार ही मतदाता होंगे.

बिहार में तीन चरणों में मतदान, 10 नवंबर को नतीजे

पहले चरण का मतदान – 28 अक्टूबर

दूसरे चरण का मतदान – 3 नवंबर

तीसरे चरण का मतदान – 7 नवंबर

चुनाव के नतीजे – 10 नवंबर

बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होंगे.

पहले चरण में 71 सीटों पर चुनाव, 31 हजार पोलिंग स्टेशन

दूसरे चरण में 94 सीटों पर चुनाव, 42 हजार पोलिंग स्टेशन

तीसरे चरण में 78 सीटों पर चुनाव, 33.5 हजार पोलिंग स्टेशन

इस बार चुनाव में 6 लाख पीपीई किट राज्य चुनाव आयोग को दी जाएंगी, 46 लाख मास्क का इस्तेमाल भी होगा. सात लाख हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही 6 लाख फेस शील्ड को उपयोग में लाया जाएगा.

इस बार वोट डालने के लिए एक घंटा अधिक वक्त रखा गया है, सुबह सात से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा. डूर टू डूर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे. इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा. नामांकन के वक्त उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोग मौजूद रहेंगे. प्रचार के दौरान किसी से हाथ मिलाने की इजाजत नहीं होगी.

मतदान के अंतिम समय में कोरोना पीड़ित अपना वोट डाल सकेंगे, जिनके लिए अलग व्यवस्था होगी. प्रचार मूल रूप से वर्चुअल ही होगा, लेकिन डीएम छोटी रैली की जगह और वक्त तय करेंगे. हर पोलिंग बूथ पर साबुन, सैनिटाइजर समेत अन्य चीजों की व्यवस्था की जाएगी.

28 जिलों में सिंगल फेज चुनाव होगा जबकि आठ जिले ऐसे हैं, जहां दो चरणों में चुनाव होंगे। ये आठ जिले हैं - दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मुजप्फरपुर, मधुबनी, वैशाली, सीतामढ़ी और समस्तीपुर। इनमें 3 और 7 नवंबर को चुनाव होंगे.

बिहार में तीन चरणों में विधानसभा का चुनाव होगा. पहले चरण का चुनाव 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर होगा. दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर को 94 सीटों पर होगा जबकि तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर 78 सीटों पर को होगा. वहीं वोटों की गिनती 10 नंबबर को होगी.

इस बार वोट डालने के लिए एक घंटा अधिक वक्त रखा गया है, सुबह सात से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा. डूर टू डूर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे. इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा. नामांकन के वक्त उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोग मौजूद रहेंगे. प्रचार के दौरान किसी से हाथ मिलाने की इजाजत नहीं होगी.

बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान होना है। बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार को उम्मीद है कि वो एक बार फिर सरकार में वापसी करेंगे, तो वहीं तेजस्वी की अगुवाई में विपक्ष एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।

चुनाव आयोग कोरोना काल में बिहार में चुनाव कराने को लेकर पहले ही अपनी गाइडलाइन जारी कर चुका है। चुनाव आयोग के मुताबिक, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान इन गाइडलाइन्स का पालन सुनिश्चित करना होगा। चुनाव आयोग की तरफ से गाइडलाइन के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के लिए जहां एक तरफ ऑनलाइन नामांकन भरने होंगे तो वहीं और भी कई नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।

प्रचार के दौरान डोर-टू-डोर कैंपन में अधिकतम पांच लोगों की इजाजत होगी। रोड शो के दौरान एक काफिले में 10 की जगह पांच गाड़ियों की टुकड़ियां बनानी होंगी (सुरक्षा वाहनों को छोड़कर, यदि कोई हो)। वाहनों के काफिले के दो सेटों के बीच 100 मीटर के अंतराल की जगह आधा घंटे का अंतर होना चाहिए। इसके साथ ही, चुनाव आयोग ने कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए चुनाव के दौरान कुछ खास सावधानियां बरतने को कहा है। गाइडलाइन्स में कहा गया है कि फेस मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर, ग्लव्स, फेशियल पीपी किट्स का इस्तेमाल चुनाव प्रक्रिया के दौरान किया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन किया जाएगा।

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