

सूत्रों का कहना है कि भाजपा अमित शाह की अध्यक्षता में ही आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेगी. इसलिए संगठन चुनाव एक साल के लिए टाले जाएंगे. बता दें कि अमित शाह का कार्यकाल जनवरी 2019 में समाप्त हो रहा है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि संगठन चुनाव को लोकसभा चुनाव के बाद कराए जाने के प्रस्ताव पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया जा सकता है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव मार्च या अप्रैल 2019 में हो सकते हैं. इस तरह भाजपा नई टीम के साथ चुनाव में नहीं उतरना चाहती. इसलिए उसने मौजूदा टीम को ही बनाए रखने का फैसला लिया है. एक वजह यह भी है कि शाह बीजेपी के सबसे सफल अध्यक्ष रहे हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी का ग्राफ लगातार बढ़ा है.
भाजपा की शनिवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई. चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आयोजित इस बैठक में एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के बाद जो हालात बने हैं, उस पर चर्चा की जाएगी. बैठक की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि हम 2019 में स्पष्ट बहुमत के साथ जीत हासिल करेंगे क्योंकि पीएम मोदी जैसा लोकप्रिय नेता पार्टी के पास है.