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सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020: नहीं होंगी 12वी की बची हुई परीक्षाएं? CBSE बोर्ड आज ले सकता है फैसला
सीबीएसई बोर्ड एक जुलाई से 15 जुलाई के बीच बची हुई बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करेगा. बोर्ड के इस फैसले को लेकर कई अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. अभिभावकों का तर्क है कि कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण के चलते परीक्षा में शामिल होने से उनके बच्चों की सेहत पर खतरा आ सकता है. इस बारे में कोर्ट ने सीबीएसई से जवाब मांगा है. ऐसा कहा जा रहा है कि बोर्ड आज यानी 23 जून को इसका जवाब कोर्ट में दे सकता है. जानें- क्या हो सकता है रुख.
बता दें कि अभिभावकों की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने CBSE से जवाब मांगा था. कोर्ट ने कोरोना संकट के दौरान परीक्षा से छात्रों की सेहत पर पड़ने वाले असर को लेकर जताई गई आशंका पर बोर्ड से जवाब देने को कहा.
बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा लंबित कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के अपने फैसले के बारे में मंगलवार को उच्चतम न्यायालय को सूचित करने की संभावना है. ये परीक्षाएं कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकाेप और लॉकडाउन के कारण स्थगित की गई थीं.बोर्ड ने पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि बोर्ड बहुत जल्द इस पर निर्णय लेगा.
बता दें कि बोर्ड मुख्य 29 विषयों की परीक्षा आयोजित करा रहा है जिसे लेकर माता-पिता के एक समूह ने इन परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की थी. अभिभावकों की मांग है कि आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर या व्यावहारिक परीक्षा के लिए आवंटित अंकों के आधार पर छात्रों के अंक दिए जाएं.
सीबीएसई बोर्ड के अभिभावकों द्वारा आवाज उठाने के बाद एग्जाम रद्द करने का इसी तरह का अनुरोध महाराष्ट्र, दिल्ली और ओडिशा सरकारों ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को किया है.
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि मंगलवार को अदालत को बोर्ड की ओर से सूचित किया जाएगा. इसके बाद शीर्ष अदालत के निर्देशों के अनुसार आधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी.
बता दें कि सीबीएसई ने विदेश में स्थित लगभग 250 स्कूलों के लिए कक्षा 10 और 12 की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. यही नहीं बोर्ड ने महामारी के चलते प्रैक्टिकल एग्जाम पर भी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक देने का फैसला किया है.
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं का नया शेड्यूल 1-15 जुलाई के बीच तैयार किया है. बोर्ड ने प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE-Mains 18-23 जुलाई और मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET 26 जुलाई से पहले ये परीक्षा कराने का फैसला लिया था. मामला कोर्ट में जाने के बाद ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि बोर्ड ये परीक्षाएं कैंसिल भी कर सकता है.