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5 जुलाई को लगने वाला है चंद्रग्रहण, जानिए क्या है ख़ास
5 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने वाला है. एक महीने के अंदर ही लगने वाला ये तीसरा ग्रहण है. कुल मिलाकर इस साल 6 ग्रहण लग रहे हैं जिनमें चार चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण हैं. अभी तक दो चंद्र ग्रहण लग चुके हैं और ये दोनों ही उपछाया चंद्रग्रहण थे. इसके अलावा एक सूर्य ग्रहण भी लग चुका है. 5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण भी उपछाया चंद्रग्रहण होगा.
इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग तीन घंटे के आसपास रहेगी. ये ग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू हो जाएगा जो 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. ये चंद्र ग्रहण दक्षिण एशिया, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में नजर आएगा. भारत में ये ग्रहण नहीं दिखाई देगा और ना ही इसके सूतक काल को मान्यता दी जाएगी.
इस उपछाया चंद्रग्रहण के दिन एक अद्भुत संयोग भी बन रहा है. इसी दिन गुरू पूर्णिंमा भी है. ये ग्रहण धनु राशि में लग रहा है और जिस समय ये ग्रहण लग रहा है उस समय कर्क लग्न उदित होगा. पंडित अश्विनी मंगल से जानते हैं कि किन उपायों से इस संयोग का लाभ ग्रहण काल में उठाया जा सकता है.
मेष- माथे पर चंदन का तिलक लगाएं और घर पर सुखमनी साहिब का पाठ करें.
वृषभ- गुरू के द्वारा दिए मंत्रों का जाप जरूर करें और अपने पास बादाम रखें. इसका लाभ आपको जरूर होगा. हल्दी का दान करें.
मिथुन- आप ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः मंत्र का जाप करें. ग्रहण काल के बाद मीठे चावल बनाकर लोगों को बांटे और खुद भी खाएं.
फिर लगने वाला है चंद्र ग्रहण, अद्भुत संयोग दिलाएगा लाभ ही लाभ
कर्क- कर्क राशि वाले लोग ग्रहण खत्म होने के बाद चने की दाल का दान जरूर करें. ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से आपको विशेष लाभ होगा.
सिंह- 'गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर' के मंत्र का जाप करें. इस मंत्र के जाप से आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
कन्या- ग्रहणकाल के बाद गणेश जी की पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें. गुरूद्वारे जाकर सुखमनी साहब का पाठ करें. पीपल के पेड़ के पास जाकर दीपक जलाएं.
तुला- आज के दिन अपने गुरू का आशीर्वाद जरूर लें. ओम ग्राम ग्रीम ग्रौं सह गुरवे नमः का जाप करें. ग्रहण काल खत्म होने के बाद पीले वस्त्रों का दान करें
वृश्चिक- आज के दिन गुरू की पूजा अराधना जरूर करें. गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर के मंत्रों का जाप करें और माथे पर चंदन का तिलक जरूर लगाएं.
धनु- आज के दिन गुरू को भोग जरूर लगाएं. अगर गुरू का आशीर्वाद नहीं ले पा रहे हों तो माता-पिता के चरण छूकर उनका आशीर्वाद जरूर लें.
मकर- चंद्र ग्रहण के दौरान गुरू के द्वारा दिए गए मंत्रों का जाप करें. पीपल के पेड़ के पास जाकर एक दीपक जरूर जलाएं और ब्राह्मणों को भोजन कराएं या दान करें.
कुंभ- चने की दाल का दान करें. 'गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर' के मंत्रों का जाप करें. आज के दिन अपने पास पीला रूमाल जरूर रखें.
मीन- गुरू की सेवा जरूर करें. यदि संभव हो तो ग्रहण काल के बाद गेंहू का दान करें. ऐसा करने से आपके रुके हुए कार्य पूरे होंगे.