अब नौकरी पर वापस आना चाहते हैं इस्तीफ़ा दे चुके IAS अभिषेक सिंह, योगी सरकार ने फंसाया ये पेच!
नई दिल्ली : 2011 बैच के आईएएस अभिषेक सिंह ने अक्टूबर 2023 में नौकरी से इस्तीफा दे दिया था और राजनीति में उतरने की तैयारी में थे, लेकिन बीजेपी की तरफ से टिकट नहीं मिलने पर नौकरी में दोबारा आने के प्रयास पर योगी सरकार ने रोक लगा दिया है. अभिषेक सिंह ने नौकरी पर वापसी के लिए केंद्र सरकार को आवेदन दिया है. नौकरी पर आने के उनके आवेदन पर यूपी सरकार ने अड़ंगा लगा दिया है. यूपी सरकार ने केंद्र को लेटर लिखा है कि आईएएस अभिषेक का नौकरी पर वापस आने का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाए.
योगी सरकार ने बिना छुट्टी गायब रहने के आरोप में आईएएस अभिषेक सिंह को 2023 में निलंबित कर दिया था. अभिषेक सिंह इससे पहले अक्टूबर 2014 में भी निलंबित रह चुके हैं. निलंबन के दौरान अभिषेक राजस्व परिषद से संबंद्ध रहे थे.
साल 2011 के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह एक बार फिर चर्चाओं में हैं. दरअसल राजनीतिक करियर को लेकर नौकरी से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन वह फिर से नौकरी पर वापस आना चाह रहे हैं, लेकिन योगी सरकार की तरफ से उनके पुनः वापसी के प्रार्थना पत्र रोक लगा दिया गया है.
आईएएस अभिषेक के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इस्तीफे की पेशकश के बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे थे. वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर में कई तरह के आयोजनों में शिरकत करते हुए नजर आ रहे थे. उन्होंने पिछली साल गणेत्सोत्सव के दौरान कई फिल्मी हस्तियों को जौनपुर बुलाया था. वहीं सनी लियोनी के साथ डांस भी करते हुए नजर आए थे. उनके आयोजनों को देखते हुए कहा जा रहा था कि वह जल्द ही राजनीति में एंट्री कर सकते हैं. इन कयासों को और भी हवा तब मिली जब उन्होंने अपने कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को बुलाया था.
आपको बतादें अभिषेक सिंह ने सनी लियोनी के साथ म्यूजिक एल्बम में काम किया. अभिषेक सिंह को एक्टिंग का भी काफी शौक था इसलिए साल 2020 में उन्होंने ग्लैमर की दुनिया में कदम रखा. सिंगर B Prak के गाने 'दिल तोड़ के' में उन्होंने काम किया. फिर जुबिन नौटियाल की एल्बम 'तुझे भूलना तो चाहा' में भी काम किया. इसके बाद नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज दिल्ली क्राइम के सीजन 2 में वह नजर आए. एक शॉर्ट मूवी 'चार पंद्रह' की और पिछले साल मार्च में उन्होंने गीतकार जानी और सिंगर हार्डी संधू के गाने 'याद आती है' में अपने जलवे बिखेरे.
आईएएस अभिषेक एक के बाद एक कई अलग-अलग तरह के आयोजनों की वजह से क्षेत्र में चर्चा का विषय बने रहे. सस्पेंड होने के बाद वह नौकरी पर वापस नहीं आए. लेकिन, वह जौनपुर में समाज से जुड़े आयोजनों में दिखाई देते रहे. अयोध्या में राम मंदिर बन जाने के बाद लोगों को दर्शन के लिए आने-जाने की फ्री सुविधा भी उन्होंने उपलब्ध कराई. कयास लगाए जा रहे थे कि शायद वह लोकसभा चुनाव में दो-दो हाथ करते नजर आएंगे. लेकिन, उन्हें टिकट नहीं मिला और चुनाव से ठीक पहले उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया.