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24 घंटे में कोरोना के 540 नए मामले, कोविड-19 के स्पेशल हॉस्पिटल बनाने पर हुई चर्चा: स्वास्थ्य मंत्रालय

Shiv Kumar Mishra
9 April 2020 12:26 PM GMT
24 घंटे में कोरोना के 540 नए मामले, कोविड-19 के स्पेशल हॉस्पिटल बनाने पर हुई चर्चा: स्वास्थ्य मंत्रालय
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) ने देशभर में हड़कंप मचा रखा है. इस बीच केंद्र की तरफ से मंत्रालयों की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना के ताजा हालातों के बारे में जानकारी दी गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में 5734 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, 473 लोग पूरी तरह ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और अब तक 166 लोगों की मौत हुई है.स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बुधवार से अभी तक कोरोना वायरस से 17 लोगों की मौत हुई है जबकि संक्रमण के 540 नए मामले सामने आए हैं.

लव ने बताया कि डॉक्टर्स की 10 टीमों को 9 राज्यों में भेजा गया है. कल कोरोना के 13 हजार से ज्यादा मरीजों की जांच हुई है. वहीं ICMR ने बताया कि 1,30,000 सैंपल्स का अब तक टेस्ट किया गया है जिनमें 5,734 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं.लव अग्रवाल ने बताया कि अडॉप्ट ए फैमिली कैंपेन के तहत करनाल (हरियाणा) में 13000 जरूरतमंद परिवारों को 64 लाख रुपए की मदद दी जा रही है.

इसके अलावा पीपीई, मास्क और वेंटिलेटर की आपूर्ति की जा रही है. 20 घरेलू उत्पादकों को पीपीई के लिए तैयार किया गया है. पीपीई के लिए 1.7 करोड़ ऑर्डर दिए गए हैं और इनकी आपूर्ति शुरू कर दी गई है. इसके अलावा 49 हजार वेंटिलेटर का भी ऑर्डर दिया गया है.

वहीं 2,500 से अधिक डॉक्टरों और 35,000 पैरामेडिकल स्टाफ को रेलवे ने तैनात किया है. कोरोना से लड़ने के लिए 586 हेल्थ यूनिट्स की चेन, 45 सब-डिविजनल अस्पताल, 56 डिविजनल अस्पताल, 8 प्रोडक्शन यूनिट अस्पताल और 16 जोनल अस्पताल महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.

इसके अलावा केंद्र की तरफ से मंत्रालयों की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में PPE किट को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से साफ किया गया है कि देश में पीपीई किट की कोई कमी नहीं है. इसका इस्तेमाल भी रिस्क बेसेस पर किया जाता है. सभी हेल्थ कमेटी वर्कर को इसकी जरूरत नहीं होती है.

इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही गाइडलाइन जारी कर चुका है. देश में पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता है. देश के भीतर यह किट तैयार होनी भी शुरू हो गई है. इसको लेकर किसी भी डर या अफवाह फैलाने की जरूरत नहीं है.

भीलवाड़ा, पुणे के बाद अब करनाल मॉडल की भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने तारीफ की है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि करनाल जिले में अडॉप्ट वन होम के तहत लोग एक-एक परिवार को गोद लेकर मदद पहुंचा रहे हैं.

बिहार, राजस्थान, एमपी, तमिलनाडु आदि राज्यों में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक टीम भेजी गई है. जिस तरह से इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं उस लिहाज से केंद्र ने इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए अपनी टीमों को भेजा है. रेलवे ने 5 हजार कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदलने का फैसला किया जा रहा है. 3250 कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर चुके हैं.

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