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देश में कई जगहों से आ रही है खबर, स्ट्रोंग रूम के आस-पास ट्रक में भरी EVM आई कहाँ से?

Special Coverage News
21 May 2019 7:37 AM IST
देश में कई जगहों से आ रही है खबर, स्ट्रोंग रूम के आस-पास ट्रक में भरी EVM आई कहाँ से?
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सोमवार शाम से लोंगों की शिकायत बदली जा रही है ईवीएम, गाड़ियों में भरकर मंडरा रही स्ट्रांग रूम के पास क्यों?

सोमवार शाम से लोंगों की शिकायत बदली जा रही है ईवीएम, गाड़ियों में भरकर मंडरा रही स्ट्रांग रूम के पास क्यों? इस पर देर रात चंदौली , गाजीपुर और बिहार के सारण से भी खबर मिली है कि गाडी में भरी ईवीएम स्ट्रांग रूम के पास देखी गई. यह ईवीएम आई कहाँ से?

इस घटना पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि देशभर में मतगणना केंद्रों के आसपास इवीएम खुली गाड़ियों में पकड़ी जा रही हैं. जनता पकड़ रही है. लेकिन ख़ुद को पत्रकार कहने वाले बड़े बड़े लोग आँख मूँदकर बैठे है . उन्हें इंतज़ार है कि इस हेराफेरी से मोदी जीते तो ये फिर इवीएम पर सवाल उठाने वालों पर भोंकना शुरू करें.

उधर कांग्रेस की नेता पंखुरी पाठक ने भी ईवीएम को लेकर सवाल उठाते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से कल से लगातार EVM बदलने की ख़बरें आ रही हैं. कई जगह पर EVM चुराते लोग रंगे हाथों पकड़े गए हैं. चुनाव आयोग को अगर यही करवाना था तो रहने देते चुनाव करवाने की ज़रूरत ही क्या थी.विपक्ष को अब इनके द्वार नहीं , सड़क पर उतरने की ज़रूरत है .

दिल्ली के आम आदमी पार्टी के विधायक संजय झा ने कहा है कि बिहार ही नहीं पूरे देश से ऐसी खबर आ रही है कि स्ट्रोंग रूम के आस-पास ट्रक में EVM भरी हुई पाई जा रही है।

इस मुद्दे पर कुछ महत्वपूर्ण सवाल:

1. सारे EVM कहाँ से आए?

2. चुनाव आयोग इस पर कोई जबाब क्यों नहीं दे रही है?

3. जिस प्रकार EVM मिल रहा है क्या चुनाव आयोग निष्पक्ष है।

4. क्या जो EVM पाए जा रहे है उसके द्वारा चुनाव परिमाण को बदलने की कोशिस की जा रही है?

5. 20 लाख गायब EVM पर अभी तक चुनाव आयोग ने कोई जबाब क्यों नहीं दिया है?

6. क्या #ExitPolls और मिल रहे EVM में कोई सम्बद्ध है..?



जबकि बिहार के राजद के ट्विटर से यह तस्वीर भी शेयर की गई है और कहा है कि अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रोंग रूम के आस-पास मँडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फ़िराक़ में थी उसे राजद-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा. साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जबाब नही है. सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल??



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