किसान आंदोलन : गाजीपुर बॉर्डर पर यूपी पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
गाजियाबाद : राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर बॉर्डर में यूपी पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों का दल यहां धरने पर बैठा है.
Uttar Pradesh Police personnel conduct a flag march at the Ghazipur border
— ANI UP (@ANINewsUP) January 28, 2021
Visuals from the border area pic.twitter.com/NzLqWyFawI
वहीँ हरियाणा- दिल्ली की सीमा पर धरने पर बैठे किसानों का स्थानीय लोगों ने गुरुवार को विरोध किया. लोगों ने किसानों के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों ने लाल किले पर हुई हिंसा के संदर्भ में कहा कि तिरंगे और राष्ट्रीय स्मारकों का अपमान नहीं सहा जाएगा.
दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध 'लुक आउट' नोटिस जारी किया है. किसी आरोपी को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए उसके विरुद्ध लुक आउट नोटिस जारी किया जाता है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई सिलसिलेवार बैठकों के बाद यह निर्णय लिए गए.
पुलिस ने प्राथमिकी में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव और मेधा पाटकर समेत 37 किसान नेताओं के नाम दर्ज किए हैं. इस प्राथमिकी में हत्या की कोशिश, दंगा और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं. प्राथमिकी में दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, कुलवंत सिंह संधू, सतनाम सिंह पन्नू, जोगिंदर सिंह उगराहां, सुरजीत सिंह फूल, जगजीत सिंह दालेवाल, बलबीर सिंह राजेवाल और हरिंदर सिंह लखोवाल के नाम हैं.
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर योगेंद्र यादव और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर पूछा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इन किसान नेताओं से तीन दिन में अपना जवाब देने के लिए कहा है. उन्होंने बताया कि किसान नेताओं को यह नोटिस इसलिए जारी किया गया है क्योंकि उन्होंने मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के लिए तय दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया.