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नहीं पिघले किसान, कल लखनऊ में होगी महापंचायत, किसान संगठनों ने 27 नवंबर तक टाली मीटिंग, कैबिनेट मीटिंग होने का करेंगे इंतजार
केंद्र सरकार की ओर से कृषि कानून वापस लिए जाने का ऐलान किया जा चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से आंदोलन खत्म कर घर लौटने की अपील भी की थी लेकिन किसान वेट एंड वॉच की नीति पर चलते दिख रहे हैं. किसानों ने आंदोलन की दशा और दिशा पर चर्चा के लिए आज बैठक बुलाई थी. इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) में शामिल सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल होना था.
किसान संगठनों ने ऐलान किया है, जब तक MSP की गारंटी नहीं मिलेगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
किसानों ने सरकार के ऐलान पर फैसले को लेकर बुलाई गई बैठक अब 27 नवंबर तक टाल दिया है. किसानों की ये बैठक अब 27 नवंबर को होगी जिसमें आंदोलन की दशा और दिशा, भविष्य की रणनीति पर फैसला होगा. जानकारी के मुताबिक तब तक पहले से तय कार्यक्रम नीयत समय पर होंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार लखनऊ में होने जा रही महापंचायत भी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक ही होगी.
किसान संगठनों का कहना है कि एक तरफ लखनऊ में महापंचायत होगी तो वहीं आंदोलन के एक साल पूरा होने के मौके पर 26 नवंबर को दिल्ली की सीमाओं पर किसान जुटेंगे। इस मौके पर किसानों की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा जाएगा।