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"MSP गारंटी किसान मोर्चा" के देश भर के प्रांतीय संयोजकों की बैठक कल मंगलवार 3 बजे दिल्ली में संपन्न हुई। इस बैठक में अखिल भारतीय किसान महासंघ आईफा के राष्ट्रीय संयोजक डॉ राजाराम सहित देश के 24 प्रान्तों के संयोजकों ने भाग लिया। बैठक में डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि सरकार को अब यह समझ लेना चाहिए कि देश के हर किसान को अब "एमएसपी गारंटी कानून" चाहिए ही चाहिए, इससे कम पर अब बात नहीं बनने वाली।
देश के वरिष्ठ किसान नेता वी एम सिंह के निज कार्यालय में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति यह तय किया गया कि देश के किसानों के लिए "न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून" लाया जाना बेहद जरूरी है। इसलिए MSP गारंटी कानून की जरूरत हेतु किसानों जन जागरुकता का राष्ट्र व्यापी माहौल बनाने के लिए देश के हर गांव में MSP से प्रत्येक किसान को क्या फायदा है और किस प्रकार इससे सरकार को भी कोई घाटा नहीं होने वाला है, इस तथ्य का प्रचार करते हुए प्रत्येक गांव से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं महामहिम राष्ट्रपति को "MSP का गारंटी कानून" लागू करने लिए पत्र भेजा जाए। इसमें स्पष्ठ रूप से लिखा जाएगा कि अगर किसान को 1 एकड़ पर 10000 रुपये का फायदा होगा तो, अंततः वह पैसा वापस बाजार में ही जाएगा और बाजारों में लाखों करोड़ों की खरीद होगी जिससे GDP में उछाल आएगा और प्रधानमंत्री के भारत को 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के लक्ष्य में तेज़ी आएगी। ये इसलिए कि किसान अपना पूरा पैसा बाजार में ही तो खर्च करता है और बैंक में तो प्रायः नहीं रखता है।
कोरोना की मंदी के बाद MSP गारंटी कानून अर्थव्यवस्था सुधारने में रामबाण का काम करेगा। बैठक में तय हुआ कि अगले एक हफ्ते में देश के सारे प्रांतीय संयोजकों को तत्संबंधी संपूर्ण कार्यप्रणाली भेज दी जाएगी, जिससे वे अपने अपने प्रदेशों में जुड़े सब किसान संगठनों को जिम्मेदारी देते हुए हर गांव के अंदर जागरूकता ला पाएं। सितंबर में जिन प्रान्तों में दौरे नहीं हो पाए हैं, उनमें वरिष्ठ नेताओं के दौरे होंगे और 6,7,8 अक्टूबर को दिल्ली के पंजाब खोर गांव में देश के 250 से अधिक किसान सँगठन सम्मिलित होंगे।
यह तीन दिवसीय सम्मेलन होगा, जिसमें MSP गारण्टी कानून जल्द से जल्द बनवाने के लिए अगला कार्यक्रम तय किया जाएगा।
बैठक में महाराष्ट्र से राजू शेट्टी, जलपुरुष राजेन्द्र सिंह, छत्तीसगढ़ से डॉ राजाराम त्रिपाठी, राजस्थान से रामपाल जाट, हिमाचल प्रदेश से संजय कुमार, जम्मू कश्मीर से यवर मीर, झारखंड से संजय ठाकुर, बिहार से छोटे लाल श्रीवास्तव, आंध्र प्रदेश से जगदीश रेड्डी, तमिलनाडु से पलनी अप्पन, गुजरात से सरदूल सिंह, पंजाब से जसविंदर सिंह विर्क, हरियाणा से जगबीर घासोला, उत्तराखंड से अवनीत पंवार, पूर्वोत्तर से कमांडर शांगपलिङ्ग, अल्फोंड बर्थ, एथीना चोहाई और वरिष्ठ किसान नेता वीएम् सिंह अन्य कई किसान नेता उपस्थित रहे ।