- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
नेचुरल गैस के दाम में हुई भारी कटौती, अब यह है दाम!
नई दिल्ली: सरकार ने देश में उत्पादित प्राकृतिक गैस (Natural Gas) के बिक्री मूल्य में मंगलवार को 26 प्रतिशत की बड़ी कटौती की और इस तरह 2014 में घरेलू गैस का मूल्य निर्धारण फॉर्मूला आधारित बनाये जाने के बाद दाम सबसे न्यूनतम स्तर पर आ गये हैं. प्राकृतिक गैस के दाम घटने से सीएनजी (CNG), पाइप के जरिये घरों तक पहुंचाई जाने वाली गैस (PNG) के दाम भी कम होंगे, लेकिन इससे ओएनजीसी (ONGC ) जैसी गैस उत्पादक कंपनियों के राजस्व में भारी कमी आने की आशंका है.
पेट्रोलियम मंत्रालय के योजना एवं विश्लेषण प्रकोष्ट (PPAC) ने कहा है कि भारत में पैदा होने वाले मौजूदा गैस उत्पादन के बड़े हिस्से का दाम एक अप्रैल से अगले छह माह के लिये अब 2.39 डॉलर प्रति दस लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) होगा. इससे पहले यह दाम 3.23 डॉलर प्रति दस लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट पर था. वर्ष 2014 के बाद से यह छह माह में यह दूसरी बड़ी गिरावट आई है. वर्ष 2014 में मोदी सरकार ने प्राकृतिक गैस के दाम तय करने के लिये एक नया फार्मूले को मंजूरी दी थी. इसके साथ ही गहरे समूद्री क्षेत्रों से निकलने वाली गैस का दाम भी 8.43 एमबीटीयू से घटकर 5.61 डॉलर पर आ गया है.
हर 6 महीने पर तय होते हैं प्राकृतिक गैस के दाम
प्राकृतिक गैस के दाम हर साल 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर को तय किये जाते हैं. प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल उर्वरक और बिजली उत्पादन में किया जाता है. इसका सीएनजी बनाने में भी इस्तेमाल होता है जिसे वाहन ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. घरों में खाना पकाने के लिये भी पाइप के जरिये सीएनजी पहुंचाई जाती है. प्राकृतिक गैस के दाम घटने का असर इनकी उत्पादक कंपनियों के राजस्व पर भी पड़ता है.
ओएनजीसी के राजस्व में आ सकती है कमी
देश में ओएनजीसी प्राकृतिक गैस की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी है. इससे पहले 1 अक्टूबर को प्राकृतिक गैस के दाम 12.5 प्रतिशत घटाकर 3.23 प्रतिशत प्रति एमएमबीटीयू कर दिये गये थे. मुश्किल क्षेत्रों से निकाली जाने वाली प्राकृतिक गैस के दाम भी 9.32 डालर के सर्वकालिक उच्च सतर से घटाकर 8.43 डालर प्रति बैरल पर आ गये थे. सूत्रों के मुताबिक गैस के दाम घटने से ओएनजीसी की कमाई में 3,000 करोड़ रुपये तक की कमी आ सकती है. वहीं रिलायंस इंउस्ट्रीज और उसकी भागीदार बीपी पीएलसी की कमाई भी कम हो सकती है.