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उत्तराखंड। लोकसभा चुनाव के प्रचार प्रसार से निवृत होने के बाद पीएम मोदी नें उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित भोले बाबा के 11वें ज्योतिलिंग केदारनाथ के दर्शन करने गये। और दर्शन करने के बाद पीएम ने कहा कि प्रकृति, पर्यावरण और पर्यटन ही मेरा मिशन है । पीएम मोदी ने मंदिर के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री थे, तो जो आपदा यहा आई थी तब से ही आपदा के बाद केदारनाथ के लिए कुछ करना चाहते थे। पीएम बनने के बाद मुझे यह सौभाग्य मिला। कहा कि यहा बर्फबारी के कारण 3 महिने तक निर्माण कार्यो में रुकावट होते रहे रहे है। इसके बाद भी काम चलते रहे। सरकार ने इसे अपने मास्टर प्लान में रखा था। उन्होने कहा कि मैं खुद कार्यों को समीक्षा करता रहता हूं। वीडियो कांफ्रेसिंग से भी यहां की जानकारी लेता रहता हूं। उन्होंने कहा कि मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि यहां के लिए क्या अच्छा कर सकते है। इसके लिए मुझे अच्छी टीम का साथ मिला था।
पीएम ने कहा कि शनिवार से ध्यान गुफा में बाहरी दुनियां से भगवान की शरण में रहा। गुफा में एक छेद ऐसा है, जिससे भगवान केदारनाथ मंदिर के दर्शन होते है। इस दौरान में हिन्दुस्तान के वातावरण से बाहर था। पीएम मोदी ने कहा कि कपाट खुलने से दो माह पहले ही यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारी शुरु हो जाती है। इसमें सैकड़ो लोग जुटते हैं। जो विपरीत परिस्थिती में अनेक कष्ठ सहते हुए भी इस कार्य में लगे रहते है। इसकी भी जानकारी देश की जनता को होनी चाहिए। ताकि लोग भी इस कार्य से जुड़ें ।
जब लोग पीएम मोदी से भोले बाबा से चुनाव की मन्नत के प्रश्न पर सवाल किया, तो उन्होने कहा कि मैं भगवान से कभी मांगता नहीं हूं। मांगना मेरी प्रवृति नहीं है। भगवान ने मुझे मांगने नही,देने योग्य बनाया है। ईश्वर ने देने योग्य जो क्षमता दी उसे समाज और देवता को देना चाहिए। समाज देवता और अध्यात्म से मिलकर बना है। उन्होने कहा कि मई और जून में कड़ी परीक्षा रहती है। मैं चुनाव आयोग का आभार व्यक्त करता हूं कि आचार संहिता के कारण उन्हें 2 दिन देव भूमि में रहने का सौभाग्य मिला।