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देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना टेस्टिंग को लेकर केंद्र ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने अहम सलाह दी है। आईसीएमआर ने कहा कि जब तक हाई रिस्क की पहचान किए जाने तक उन लोगों को टेस्टिंग की कोई जरूरत नहीं जो लोग कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए हैं।
इसके साथ-साथ आईसीएमआर ने यह भी सलाह दी गई है कि अकेले इंटर स्टेट घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों को भी टेस्टिंग कराने की आवश्यकता नहीं है। आईसीएमआर ने आगे कहा कि टेस्टिंग या तो आरटी-पीसीआर, TrueNat, CBNAAT, CRISPR, RT-LAMP, रैपिड मॉलिक्यूलर टेस्टिंग सिस्टम या फिर रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) के जरिए से किया जा सकता है। मालूम हो कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए कई राज्यों में पाबंदियां कड़ी कर दी गई है।
बता दें कि भारत में आज सोमवार को एक दिन में कोरोना वायरस के 1,79,723 नए मामले आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,57,07,727 पर पहुंच गयी है, जिनमें से अभी तक 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश से आए ओमीक्रोन स्वरूप के 4,033 मामले भी शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आकड़ो के मुताबिक उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 7,23,619 हो गई है जो करीब 204 दिनों में सबसे अधिक संख्या है जबकि 146 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,83,936 हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, ओमिक्रॉन के 4,033 मरीजों में से 1,552 स्वस्थ हो गए हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के सबसे अधिक 1,216 मामले आए। इसके बाद राजस्थान में 529, दिल्ली में 513, कर्नाटक में 441, केरल में 333 और गुजरात में 236 मामले आए।