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उड़ीसा में संविदा समाप्त तो बाकी राज्यों में कब होगा ये नियम लागू? देखिए रात आठ बजे एक बड़ी बहस
ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने जन्मदिन के अवसर पर ओड़ीसा में संविदा कर्मियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। इस को लेकर उन्होंने ऐलान करते हुए कहा है कि उड़ीसा में अब संविदा पर कोई भर्ती नहीं होगी और अब तक जो संविदा कर्मी तैनात है उन्हे नियमित किया जाता है। इस तरह ओडिसा में सभी संविदा कर्मी की दीपावली के शुभ अवसर पर बल्ले बल्ले हो गई।
वहीं इस बात पर अब एक सवाल बनता है कि ओडिसा राज्य ने तो संविदा के पद से मुक्ति पा ली लेकिन देश के अन्य राज्यों में इस अभिशप्त प्रथा से कब निजात मिलेगी। अगर बात करें तो देश का एसा कोई राज्य नही है जहां संविदा के पद न हो। अगर बात करें यूपी, बिहार , दिल्ली , राजस्थान समेत देश के बड़े राज्य जहां अनुदेशक , शिक्षा मित्र , अतिथि शिक्षक , असि प्रो , बिजली विभाग , स्वास्थ्य विभाग समेत की विभाग संविदा कर्मियों के द्वारा ही चलाए जा रहे है, जिनका मानदेय भी पाँच हजार से लेकर दस हजार तक है।
लेकिन अभी तक इस बात पर कोई सरकार बोलने के लिए राजी नहीं जबकि यूपी में इन शिक्षा मित्र और अनुदेशक को नियमित करने की बात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक मंच से सरेआम घोषणा की कि अब इन लोगों को नियमित करने की जिम्मेदारी मेरी है लेकिन यह बात आज तक लागू नहीं हुई है।
आज इसी बात पर आपके साथ एक बड़े पैनल पर बातचीत होगी। इस पैनल मे बिहार सरकार के एजी सुप्रीम कोर्ट , बीजेपी प्रवक्ता , कांग्रेस प्रवक्ता और देश के नामचीन पत्रकार भाग लेंगे।