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यदि आप में हैं ये लक्षण तो सामान्य से तेज है आपकी बुद्धि, चेक करें कितने जीनियस हैं
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लोग बुद्धिमानी को ज्यादातर आईक्यू (इंटेलिजेंट कोशेंट) से नापते हैं। इसमें आपके याद करनेकी क्षमता, रीजनिंग या किसी प्रॉब्लम को सॉल्व करने का तरीका तो पता चल जाता है। हालांकि आपकी क्रिएटिविटी और इमोशनल स्किल्स का पता नहीं लगता। कई वैज्ञानिक मानतेहैं कि सिर्फ एक तरह का टेस्ट यह साबित नहीं कर सकता कि सामनेवाला कितना बुद्धिमान है। बुद्धिमानी तय करनेके लिए कई फैक्टर्स होते हैं। इंटेलिजेंस कई तरह की होती है। कुछ लोग भाषाओं के समझने, सीखने में माहिर होते हैं। किसी का लॉजिकल और मैथमैटिकल माइंड अच्छा होता है। कुछ म्यूजिक में काबिल होते हैं।
किसी की बुद्धिमानी तय करनेके कई पैरामीटर्स होते हैं। हालांकि कुछ लक्षणों से आप समझ सकते हैं कि आप किस तरह के इंटेलिजेंट हैं। कुछ लोगों का इमोशनल इंटेलिजेंस अच्छा होता है। वेचीजों को दूसरे के नजरिये से समझते हैं। लोगों की भावनाओं को समझते और महसूस करते हैं। ऐसे लोगों को इम्पैथ कहते हैं।
आपको पसंद है अकेलापन
माना जाता है कि बुद्धिमान लोगों को अकेलापन पसंद होता है। उन्हें खुद को रीचार्ज करने और रिलैक्स होने में बहुत वक्त लगता है। ऐसे लोगों को दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताना या सोशल ऐक्टि विटीज में ज्यादा मजा नहीं आता। हेल्थलाइन के मुताबिक, ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसे लोग नए आइडियाज को सोचने और समस्याओं को सुलझाने के लिए अकेलेव क्त चाहते हैं।
आप हैं ओवरथिंकर?
चिंता करना लोग गलत मानते हैं। ओवरथिंकर या ज्यादा सोचने वाले लोग खुद को बुरी चीजों के लिए तैयार करते हैं। ऐंग्जाइटी में रहने वाले लोग चिंता करने में काफी समय निकाल देते हैं। 2011 की एक स्टडी के मुताबिक, ऐंग्जाइटी को बुद्धिमानी सेजोड़ा गया है। स्टडी मेंबताया गया था कि ज्यादा आईक्यू वाले लोग या तो ज्यादा टेंशन लेते हैं या बहुत कम।
ये है टेंशन की वजह
ऐसा इसलिए कि जो टेंशन लेते हैं क्योंकि उन्हेंपता होता है कि क्या गड़बड़ियां हो सकती हैं। वह हर बुरी परिस्थिति को सोचकर उसके लिए खुद को तैयार करतेहैं। वहीं दूसरेजो चिंता नहीं करते, उन्हें लगता है कि ऐसा होगा ही नहीं। उन्हें लगता है कि वह किसी भी सिचुएशन को हैंडल कर लेंगे। आत्मविश्वास के चलतेवेकम चिंता करतेहैं।