

नई दिल्ली
। एक बार फिर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की महत्वाकांक्षी स्पेस योजना 'गगन यान' सुर्खियों में है। दरअसल, 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'जब देश 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा, उसके पहले भारत की कोई संतान फिर चाहे वह बेटा हो या बेटी अंतरिक्ष में अपने साथ भारत का झंडा लेकर जाएगा।' इसके बाद से यह गगन यान लोगों के लिए जिज्ञासा का केंद्र बना हुआ है।प्रधानमंत्री के हालिया बयान के बाद इसरो ने इस योजना के लिए कमर कस ली है। इसरो ने इस योजना को राष्ट्रीय अभियान घोषित कर दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि कैसा होगा इसरो का मानव युक्त अंतरिक्ष अभियान। संगठन ने अब तक क्या-क्या तैयरियां कर ली हैं। इस योजना को पूरा करने में इसरो के समक्ष क्या हैं बड़ी चुनौतियां। आइए आपको बताते हैं गगन यान से जुड़े इन सवालों के जबाव के साथ उसकी खूबियों के बारे में।
गगन यान की खूबियां
1- गगन यान इसरो के सबसे बड़े रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 के जरिए लॉन्च किया जाएगा। मिशन में करीब नौ हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी। मानव को स्पेस में भेजने सेे पहले मानव रहित मिशन को अंजाम दिया जाएगा।
2- गगन यान भारतीय चलित कक्षीय अंतरिक्ष यान है। इस यान को तीन लोगों को स्पेस में ले जाने के हिसाब से डिजाइन किया जा रहा है।
3- इस यान में लिक्विड प्रोपेले-2 युक्त दो इंजन होंगे। बेंगलुरू में इसरो टेलीमेंट्री ट्रैकिंग कमांड सेंटर से इस यान की निगरानी होगी।
4- यह यान सात दिनों के लिए 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। इस गगन यान में 3.7 टन के कैप्सूल में तीन लोगों को ले जाने की क्षमता है।
6- गगन यान के अंदर इस कैप्सूल में जीवन नियंत्रक और पर्यावरण नियंत्रक प्रणाली होगी।
5- मानव को अंतरिक्ष तक पहुंचने और धरती पर वापस सुरक्षित लाने की सारी तकनीक शामिल है।