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गणतंत्र दिवस पर पहली बार पूरी महिला टुकड़ी ने राजपथ पर दी सलामी, नेताजी की फौज के 4 सैनिक हुए शामिल

Special Coverage News
26 Jan 2019 12:21 PM IST
गणतंत्र दिवस पर पहली बार पूरी महिला टुकड़ी ने राजपथ पर दी सलामी, नेताजी की फौज के 4 सैनिक हुए शामिल
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लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा गया। 146 महिला जवानों की पूरी टुकड़ी और आजाद हिंद फौज के 4 सैनिक पहली बार परेड में शामिल हुए

नई दिल्ली : देश आज 70वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर राजधानी दिल्ली के राजपथ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को पुष्पचक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। देश के इस सबसे बड़े त्योहार पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) बतौर मुख्य और राष्ट्रीय अतिथि मौजूद रहे. रामाफोसा अपनी पत्नी डॉ. शेपो मोसेपे के साथ कार्यक्रम में शिरकत की है। इसके साथ ही इस दौरे पर उनके साथ उनके 9 मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

लांस नायक नजीर अहमद वानी को मरणोपरांत अशोक चक्र से नवाजा गया। 146 महिला जवानों की पूरी टुकड़ी और आजाद हिंद फौज के 4 सैनिक पहली बार परेड में शामिल हुए। इस बार गणतंत्र दिवस पर 90 मिनट की परेड हुई। परेड के मुख्य आकर्षणों में 58 जनजातीय अतिथि, विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार के विभागों की 22 झाकियां थीं। इसके अलावा भव्य परेड में थल सेना, वायु सेना और नौसेना का शक्ति प्रदर्शन भी लोगों को देखने को मिला। राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजे गए 26 बच्चे भी खुली जीप में बैठकर झांकी का हिस्सा बने।

इसके अलावा पुरुष टीमों का नेतृत्व भी महिला ऑफिसरों ने ही किया। बोफोर्स के आने के 30 साल बाद पहली बार आर्मी एम777 और के9 वज्र का प्रदर्शन रिपब्लिक डे परेड में किया गया।बोफोर्स के आने के 30 साल बाद पहली बार आर्मी एम777 और के9 वज्र का प्रदर्शन रिपब्लिक डे परेड में किया गया। पहली बार परेड में आर्मी ने अपनी नई आर्टिलरी का प्रदर्शन किया। पिछले साल ही अमेरिका से लाई गई एम777 ए2 अल्ट्रा लाइट होवित्सर भी इस परेड में देखने को मिली। इसके अलावा भारत में ही बनी के9 वज्र का प्रदर्शन भी किया गया, इसका निर्माण एल ऐंड टी ने पीएम मोदी के 'मेक इन इंडिया' के तहत किया था।

एम777 एक 155एमएम आर्टिलरी गन है, जिसकी अधिकतम रेंज 30 किलोमीटर है। यह बंदूक अफगानिस्तान में युद्ध के दौरान भी इस्तेमाल की गई थी। 2017 में भारत और अमेरिका के बीच 5000 करोड़ रुपये की लागत से 145 होवित्सर खरीद की डील हुई थी। वहीं दूसरी तरफ के9 वज्र दक्षिण कोरियाई आर्टिलरी गन है। एल ऐंड टी इस गन टेक्नॉलजी को दक्षिण कोरिया से लाई है। कंपनी ने 4500 करोड़ रुपये में 100 यूनिट की सप्लाई की है। बड़े-बड़े हथियारों के अलावा परेड का मुख्य आकर्षण सेना की महिला शक्ति भी रही। पहली बार महिला अर्द्धसैनिकों की टुकड़ी परेड में हिस्सा लिया। यह टुकड़ी असम राइफल का हिस्सा है, जो देश का सबसे पुराना अर्द्धसैनिक बल है। इस टुकड़ी का नेतृत्व मेजर खुशबू कंवर ने किया।


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