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भारतीय नौसेना ने मालाबार नौसैन्य अभ्यास में लिया हिस्सा ..
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पीआईबी, नई दिल्ली: भारत की नौसेना अमेरिकी नौसेना (यूएसएन), जापान के समुद्री आत्मरक्षा बल (जेएमएसडीएफ) और रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना (आरएएन) के साथ 26 से 29 अगस्त 2021 तक मालाबार अभ्यास 2021 के समुद्री चरण में भाग ले रही है।
समुद्री नौसैन्य अभ्यास की मालाबार श्रृंखला वर्ष 1992 में आईएन-यूएसएन अभ्यास के रूप में शुरू हुई थी। वहीं 2015 में, जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल मालाबार अभ्यास में एक स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हो गया। वर्ष 2020 के अभ्यास संस्करण में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना ने भी इसमें हिस्सा लिया। इस वर्ष मालाबार नौसैन्य अभ्यास का 25वां संस्करण है, जिसकी मेजबानी अमेरिकी नौसेना (यूएसएन) द्वारा पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में की जा रही है।
भारतीय नौसेना के आईएनएस शिवालिक और आईएनएस कदमत तथा पी8आई गश्ती विमान इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं, जिनका नेतृत्व फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग ईस्टर्न फ्लीट रियर एडमिरल तरुण सोबती, वीएसएम कर रहे हैं। अमेरिकी नौसेना का प्रतिनिधित्व यूएसएस बैरी, यूएसएनएस रप्पाहनॉक, यूएसएनएस बिग हॉर्न और पी8ए गश्ती विमान के द्वारा किया जाएगा। जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल की एक पनडुब्बी और पी1 गश्ती विमान के अलावा जेएस कागा, मुरासामे और शिरानुई इस नौसैन्य अभ्यास में हिस्सा लेंगे, जबकि रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना का प्रतिनिधित्व एचएमएएस वाररामुंगा द्वारा किया जाएगा।
भारतीय नौसेना के पोत गुआम से रवाना हुए जहां उन्होंने 21 से 24 अगस्त 2021 तक ऑपरेशनल टर्न अराउंड में भाग लिया। अभ्यास के इस चरण के दौरान फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी नौसेना कमान वाइस एडमिरल एबी सिंह, एवीएसएम, वीएसएम ने अमेरिकी नौसेना में अपने समकक्षों के साथ विचारों का आदान-प्रदान किया।
मालाबार-21 में सतह रोधी, वायु रोधी और पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास और अन्य सैन्य व्यूह अभ्यास तथा सामरिक अभ्यास सहित कई जटिल अभ्यास किये जायेंगे। इस नौसैन्य अभ्यास में भाग लेने वाली नौसेनाओं को एक दूसरे की विशेषज्ञता एवं अनुभवों से लाभ प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
कोविड -19 वैश्विक महामारी के दौरान स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अभ्यास का संचालन, भाग लेने वाली नौसेनाओं और एक स्वतंत्र, खुले तथा समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण के बीच तालमेल का प्रमाण है।
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