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Israel Gaza War: गाजा में मानवीय संकट पर भारत ने UN में जताई चिंता, फिलिस्तीनियों की सुरक्षा के लिए दो-राज्य समाधान पर दिया जोर

Special Coverage Desk Editor
2 May 2024 3:03 PM IST
Israel Gaza War: गाजा में मानवीय संकट पर भारत ने UN में जताई चिंता, फिलिस्तीनियों की सुरक्षा के लिए दो-राज्य समाधान पर दिया जोर
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Israel Gaza War: गाजा में मानवीय संकट पर भारत ने एक बार फिर से चिंता जताई. इसी के साथ संयुक्त राष्ट्र में भारत ने फिलिस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा को देखते हुए दो-राज्य समाधान पर भी जोर दिया.

Israel Gaza War: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच गाजा में चल रहे युद्ध पर भारत ने एक बार फिर से चिंता जताई. साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो-राज्य समाधन का भी समर्थन किया. दरअसल, पिछले छह महीने से गाजा पट्टी में इजरायल की ओर से लगातार हमले किये जा रहे हैं. ऐसे में फिलिस्तीनी लोगों के लिए सुरक्षा का संकट पैदा हो गया है. इस बीच इजरायल ने दक्षिणी गाजा के राफा शहर में हमले की चेतावनी देते हुए इसके लिए तैयार रहने को भी कहा है.

वहीं इजरायली सेना ने गाजा के लोगों से इलाके को जल्द से जल्द खाली करने को कहा है. बता दें कि राफा वह इलाका है, जहां बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी के लोग शरण लिए हुए हैं. इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में एक बैठक हुई. इस बैठक में UN में भारत की स्थायी सदस्य रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत दो-राज्य समाधान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है. कंबोज ने आगे कहा कि, जहां फिलिस्तीनी लोग इजरायल की सुरक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित सीमाओं के भीतर एक स्वतंत्र देश में स्वतंत्र रूप से रह सकें.

भारत ने यूएनजीए में उठाया मुद्दा

भारत ने संयुक्त राष्ट्र में मेंबरशिप के लिए फिलिस्तीन एप्लिकेशन अप्रूव न होने के मुद्दे को यूएनजीए की ब्रीफिंग में उठाया. भारत ने कहा कि हमाने ये प्रतीत किया है कि फिलिस्तीन की सदस्यता के लिए मेंबरशिप के आवेदन को सिक्योरिटी काउंसिल ने वीटो की वजह से अप्रूव नहीं किया. उन्होंने इसे लेकर उम्मीद जताई कि उनकी एप्लिकेशन पर फिर से विचार किया जाए.

भारत ने कहा कि गाजा में पिछले छह महीनों से जंग चल रही है. इसकी वजह से मानवीय संकट खड़ा हो गया है. यूएन में भारत की स्थायी सदस्य रुचिरा कंबोज ने कहा कि इजरायल और गाजा के बीच चल रहे संघर्ष में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों की मौतें स्वीकार्य नहीं हैं. और भारत संघर्ष में आम नागरिकों की जानें जाने की निंदा करता है. उन्होंने कहा कि भारत इस बात में विश्वास रखता है कि हर हालात में अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का सबको सम्मान करना चाहिए.

बंधकों की रिहाई पर क्या बोला भारत

वहीं भारत ने इजरायली बंधकों की रिहाई पर कहा कि, इजरायल पर 7 अक्टूबर को होने वाला हमला बहुत ही हैरान करने वाला था. कंबोज ने कहा कि आतंकवाद और बंधक बनाने के लिए उचित नहीं ठहराया जा सकता. भारत हमेशा ही आतंकवाद के खिलाफ रहा है. भारत ने आगे कहा कि हमारी मांग है कि सभी बंधकों को बिना किसी शर्त के रिहा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा किगाजा में बड़े स्तर पर तत्काल मानवीय मदद पहुंचाई जानी चाहिए. भारत ने इसके लिए सभी से एक साथ आने की अपील की.

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