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चीन में इतने मामले होने में लगे थे 137 दिन लगे, जबकि भारत ने यह आंकड़ा 107 दिन में छू लिया

Shiv Kumar Mishra
15 May 2020 2:44 PM GMT
चीन में इतने मामले होने में लगे थे 137 दिन लगे, जबकि भारत ने यह आंकड़ा 107 दिन में छू लिया
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कोरोना का पहला केस 30 जनवरी को सामने आने के बाद पहली मौत 11 मार्च को हुई थी। इसके बाद ढाई हजार मौतों का आंकड़ा छूने में 64 दिन का समय लगा।

भारत में शुक्रवार को कोरोनावायरस के मामले चीन से ज्यादा गए हैं। चीन में जहां 82 हजार 933 मामले हैं, वहीं भारत में यह आंकड़ा 83 हजार को पार कर गया है। इसके साथ भारत कोरोना के केस में चीन से आगे निकलने वाला दुनिया का ग्यारहवां देश बन गया है। स्पेन, रूस, यूके, इटली, फ्रांस, ब्राजील, जर्मनी, तुर्की और ईरान में संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा है। वहीं, अमेरिका में यह संख्या 14 लाख के पार हो गई है।

चीन में कोरोना का पहला केस 31 दिसंबर को आया था। देश में 15 मई तक 82 हजार 933 संक्रमितों की संख्या पहुंचने में करीब चार महीने (137 दिन) लगे। भारत में संक्रमण चीन के मुकाबले तेजी से बढ़ा। यहां कोराना का पहला केस 30 जनवरी को सामने आया था। इस लिहाज से संक्रमण के मामले में चीन से आगे निकलने में हमारे देश को 107 दिन लगे। ऐसा कहा जाता है कि चीन में 17 नवंबर को पहला मरीज मिला था। एक महीने तक इस बीमारी का पता नहीं चला।

चीन में एक दिन में सबसे ज्यादा 14,108 मामले मिले

चीन में संक्रमण के 10 हजार मामले होने में 32 दिन लगे। उसके बाद हर तीन दिन पर 10 हजार से ज्यादा केस सामने आए। वहीं, 11 फरवरी तक यहां 44 हजार 653 केस थे, जो 12 फरवरी को 58 हजार 761 हो गए। यानी एक दिन में 14 हजार 108 मामलों की पुष्टि हुई। 16 फरवरी को यह आंकड़ा 70 हजार के पार हो गया। इसके बाद संक्रमण के मामलों में कमी आनी शुरू हुई। इसे 80 हजार होने में 13 दिन लगे। अभी की बात करें तो यहां हर दिन 20 से कम केस आ रहे हैं।

भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा 4353 मामले सामने आए

भारत में संक्रमण के 10 हजार मामले होने में 75 दिन लगे। उसके बाद 8 दिन में यह आंकड़ा 20 हजार हो गया। यहां 3 मई तक 42 हजार 305 मरीज मिल चुके थे। तब से हर तीन दिन में 10 हजार केस सामने आ रहे हैं। यहां केवल 13 मई तक संक्रमण का आंकड़ा 77 हजार 842 हो गया यानी 10 दिन में 35 हजार 537 केस मिले हैं। यहां 10 मई को सबसे ज्यादा 4353 मरीज मिले थे। देश में 6 मई के बाद हर दिन तीन हजार के ऊपर केस मिल रहे हैं।

चीन के 30 प्रांतों में से सिर्फ हुबेई में 82% से ज्यादा मामले, जबकि भारत में ऐसा नहीं

चीन में कोरोना का एपिसेंटर हुबेई प्रांत रहा। यहां देश के 81.66% यानी 76 हजार 803 पॉजिटिव मिले। बाकी 13 हजार 904 मामले 29 प्रांत से रहे। इन सभी में गुआंगडोंग में सबसे ज्यादा 1,532 संक्रमित मिले। उधर, भारत में संक्रमण देश के 26 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेश में फैला। इनमें 9 राज्य ऐसे हैं, जहां संक्रमण के मामले दो हजार से ज्यादा हैं। इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश शामिल हैं।

चीन में पहली मौत संक्रमण का केस आने के 7 दिन बाद हुई, जबकि भारत में 41 दिन बाद

चीन में कोरोना संक्रमण से 4,633 मौतें हुई हैं। संक्रमण का पहला केस 31 दिसंबर को सामने आया था। उसके सात दिन के बाद पहली मौत 7 जनवरी को हुई। वहीं, ढाई हजार मौतों का आंकड़ा छूने में 55 दिन का वक्त लगा। भारत में अब तक 2,546 मौतें हो चुकी हैं। कोरोना का पहला केस 30 जनवरी को सामने आने के बाद पहली मौत 11 मार्च को हुई थी। इसके बाद ढाई हजार मौतों का आंकड़ा छूने में 64 दिन का समय लगा।

चीन में संक्रमण के केस और मौतों को लेकर संदेह, दावा- 6 लाख से ज्यादा संक्रमित

अमेरिका समेत पूरी दुनिया को चीन में संक्रमण और मौतों के आंकड़ों पर संदेह है। अमेरिका ने चीन पर गुमराह करने और महामारी को लेकर सही जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया है। हाल की फॉरेन पालिसी की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन में कोरोना से 6 लाख 40 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। इस संक्रमण ने 230 शहरों को अपनी चपेट में लिया। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसमें फरवरी से लेकर अप्रैल के अंत तक संक्रमितों की सूची मौजूद है। साथ ही संक्रमित मरीजों की कन्फर्म संख्या के साथ इसमें उनके मिलने के स्थान की जीपीएस कोडिंग भी दर्ज है।

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