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कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले NDA से Gorkha Janmukti Morcha (GJM) ने अपनी राहें अलग कर ली हैं। इसका ऐलान खुद जीजेएम नेता बिमल गुरूंग ने किया। बिमल गुरूंग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम NDA से अलग हो रहे हैं क्योंकि भाजपा नीत सरकार ने अपने वायदों को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा, "भाजपा ने कहा था कि वो पहाड़ों के लिए स्थायी राजनीतिक समाधान निकालेगी और 11 गोरखा समुदायों को अनुसूचित जनजाति के रूप में मान्यता देगी, लेकिन भाजपा वादा निभाने में विफल रही।"
बिमल गुरूंग ने आने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए अपने पत्ते खोलते हुए कहा कि बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव में हम ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे और भाजपा का विरोध करेंगे।
आपको बता दें कि दार्जिलिंग में वर्ष 2017 में पृथक राज्य की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों के बाद से फरार चल रहे जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग बुधवार को लंबे समय बाद दिखाई दिए। सूत्रों ने बताया कि बिमल गुरूंग पर 150 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत दर्ज मामले भी शामिल हैं। गिरफ्तारी के बचने के लिए वह फरार चल रहे थे।