- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का किया एलान,राकेश टिकैत ने कही ये बड़ी बाते..
मुजफ्फरनगर की महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का एलान किया है.इससे पहले मोर्चा ने 25 सितंबर को भारत बंद का एलान किया था.जिसकी तारीख अब बदलकर 27 सितंबर को कर दी गई है.किसान मोर्चा ने कहा कि 27 सितंबर को उनके भारत बंद के दौरान देश में सबकुछ बंद रहेगा।
हालंकि, इसके साथ ही यूपी संयुक्त किसान मोर्चे के गठन का भी ऐलान किया गया है। वहीं रविवार को किसान महापंचायत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को लेकर कई अन्य घोषणाएं भी कीं।
उन्होंने कहा कि हमने शपथ ली है कि मरते दम तक हम धरनास्थल से हटेंगे नहीं। भले ही वहां पर हमारी कब्र ही क्यों न बना दी जाए। अगर जरूरत पड़ी तो हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन हम वहां से हटेंगे नहीं। जब तक हम जीत नहीं जाते हैं, हमें कोई भी ताकत वहां से हटा नहीं सकती है।
इसके साथ ही राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि जब सरकार हमें बुलाएगी हम वार्ता के लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग नहीं मान लेती है, हमारा धरना जारी रहेगा। टिकैत ने कहा कि देश की आजादी के लिए तो 90 साल तक संघर्ष हुआ था। हम नहीं बता सकते कि हमारा संघर्ष कितना लंबा चलेगा।