राष्ट्रीय

बाल श्रम उन्मूलन में श्रम विभाग सबसे बड़ा अवरोध, जबकि बाल विवाह को रोकने में ज़िला प्रवेशन विभाग का मिल रहा सहयोग

Special Coverage News
21 Nov 2024 4:08 PM IST
बाल श्रम उन्मूलन में श्रम विभाग सबसे बड़ा अवरोध, जबकि बाल विवाह को रोकने में ज़िला प्रवेशन विभाग का मिल रहा सहयोग
x
संस्था ने पिछले 4 महीने में बाल विवाह रोकने के लिए 210 मामलों में हस्तक्षेप किया l

उत्तर प्रदेश के एटा एवं हाथरस जिले में ई-कैट ग्रुप (Excellent Civil Academy Trust) बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए कार्य कर रहा है l ई-कैट ग्रुप के अध्यक्ष (Chairman) श्री विवेक सिंह द्वारा बताया कि, हमारी संस्था ने पिछले 4 महीने में बाल विवाह रोकने के लिए 210 मामलों में हस्तक्षेप किया l जहां पर बाल विवाह होने की अधिक संभावना थी l

बच्चों के माता-पिता को बाल विवाह के प्रति जागरुक करते हुए, उनसे यह वचन पत्र लिया गया कि, वह अपने बच्चों का विवाह सरकार द्वारा निर्धारित उम्र, लड़की की 18 वर्ष तथा लड़के की 21 वर्ष से पहले नहीं करेंगे l इसी क्रम में संस्था द्वारा अब तक सरकारी विभागों, पंचायत, स्कूलों तथा महाविद्यालय स्तर पर सामूहिक शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया l जिसमें अब तक कुल 22474 नागरिकों को बाल विवाह के प्रति जागरुक करते हुए, बाल विवाह को रोकने व बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई गई l

संस्था द्वारा बाल श्रम को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है l अब तक अलीगंज तहसील में 9, जलेश्वर तहसील में 11 बाल मजदूरों को संस्था द्वारा चिन्हित किया गया है l इसके बारे में संस्था की ओर से जिले में बाल अधिकार आब्जर्वर के तौर पर काम कर रहे, आलोक मिश्रा द्वारा श्रम प्रवर्तन अधिकारी राज बाबू को अवगत कराया गया और उस पर कार्यवाही करने के लिए अनुरोध किया गया l परंतु, संभवत: विभाग की नेकनियत में बाल श्रम उन्मूलन कोई स्थान नहीं रखता है l इसलिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई l इसी तरह से हाथरस में संस्था की ओर से जिले में बाल अधिकार आब्जर्वर के तौर पर काम कर रहे, दुष्यंत कुमार द्वारा श्रम प्रवर्तन अधिकारी मोहम्मद आजम के संज्ञान में हाथरस के आठ बाल श्रमिकों को चिन्हित कर लाया गया परंतु वहां भी कोई कार्यवाही नहीं की गई l

गौर तलब यह है कि, बाल श्रम रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत प्रत्येक जिले में जिला टास्क फोर्स के गठन का प्रावधान है l जिसमें दो ऐसे सदस्यों को गैर-सरकारी संगठन से नामित किया जाता है, जो संगठन बच्चों के अधिकार के लिए जिले में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं l एटा एवं हाथरस में चलाए जा रहे इस कार्यक्रम के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अंबरीश कुमार राय ने इस संदर्भ में अलीगढ़ में श्रम आयुक्त श्रीमान सियाराम जी से मुलाकात की और उनसे यह अनुरोध किया कि, बाल श्रम को रोकने के लिए टास्क फोर्स का पुनर्गठन करें, जिससे टास्क फोर्स में सक्रिय सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके l परंतु, श्रम आयुक्त महोदय का रुख इतना गैर जिम्मेदाराना रहा कि, उन्होंने इस विषय पर किसी भी प्रकार के अनुरोध सुनने से मना कर दिया और कहा कि हम उसमें अन्य किसी सदस्य को नहीं जोड़ेंगे l प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अंबरीश कुमार राय ने श्रम आयुक्त महोदय से यह भी कहा कि, इस बारे में जिलाधिकारी एटा द्वारा सक्रिय सदस्य को टास्क फोर्स में जोड़ने के लिए कहां गया है l परंतु, श्रम आयुक्त महोदय अपनी नौकरशाही में इतने अधिक भूल गए कि, उन्होंने कोई बात ना सुनते हुए ऑफिस से बाहर निकाल दिया l

संस्था के अध्यक्ष विवेक सिंह ने इस पर दु:ख जताते हुए कहा कि, बाल श्रम में लगे हुए बच्चे यह आवश्यक है कि, हमसे कोई रक्त संबंध नहीं रखते हैं l परंतु, सभी बच्चे हमारे अपने सगे बच्चों से भी अधिक उनके जीवन में स्थान रखते हैं l हमारी संस्था हमेशा ही बच्चों के अधिकार के लिए संघर्ष करती रहेगी और नौकरशाही के तंत्र में भूले हुए अधिकारियों के लिए हमेशा ही समाज की वास्तविकता से रूबरू कराती रहेगी l उन्होंने कहा कि हमारा संघर्ष हमेशा ही जारी रहेगा l




विवेक सिंह, Chairman, Excellent Civil Academy Trust (ECAT Group)

Next Story