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राकेश टिकैत के साथ आखिरी जत्थे ने भी खाली किया गाजीपुर बॉर्डर, खुशी में झूमते दिखे किसान, रास्ते में हो रहा है जोरदार स्वागत

Arun Mishra
15 Dec 2021 12:20 PM IST
राकेश टिकैत के साथ आखिरी जत्थे ने भी खाली किया गाजीपुर बॉर्डर, खुशी में झूमते दिखे किसान, रास्ते में हो रहा है जोरदार स्वागत
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गाजियाबाद : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border Opens) के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) पर पिछले एक साल से अधिक समय से डेरा डाले आंदोलनकारी किसान (Farmers Protest) आज धरना स्थल को पूरी तरह खाली करके घर लौट रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारी किसान खुशी में झूमते नजर हैं.

वहीं इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसाग संगठनों में शामिल भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस आंदोलन में हमारा साथ दिया. हमारे लिए लंगर चलाने वाले और जरूरी सामान लाने वाले गांववालों का भी आभार व्यक्त करता हूं.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद केंद्र के साथ हमारी बातचीत चल रही है. हमारा आंदोलन स्थगित हुआ है, खत्म नहीं.

दरअसल ये किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ गाजीपुर सहित सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. हालांकि केंद्र द्वारा इन कानूनों को वापस लिए जाने के बाद किसान संगठनों ने भी अपना आंदोलन भी खत्म करने का ऐलान किया और लगभग सारे किसान अपने घरों को लौट गए.

सिंघू बॉर्डर पर लगे लगभग सारे बैरिकेड्स मंगलवार को हटा दिए गए थे, वहीं टिकरी बॉर्डर (रोहतक रोड) पर भी सड़क को साफ कर इसे वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह खोल दिया गया है. लेकिन गाजीपुर बॉडर पर कुछ किसान एकत्र थे. बताया जा रहा है कि इन किसानों के घर लौट जाने के बाद विरोध स्थल को आज साफ किए जाने की उम्मीद है.

राकेश टिकैत के साथ लौट जाएगा किसानों का आखिरी जत्था

इससे पहले दिल्ली पुलिस का कहना था कि कुछ किसान गाजीपुर बॉर्डर पर जमे हैं, जिसके कारण अभी वहां से बैरियर्स हटाए नहीं गए हैं. वहीं किसान नेताओं का कहना है कि गाजीपुर धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों का बस एक छोटा जत्था बचा है, जो राकेश टिकैत के साथ वापस लौट जाएगा.


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