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Lok Sabha Election 2024: कैसरगंज से बृजभूषण सिंह का कट गया टिकट! छोटे बेटे करन को बीजेपी बना सकती है उम्मीदवार
Lok Sabha Election 2024: देश की 18वीं लोकसभा के लिए मतदान का दौर जारी है. दो चरण के मतदान के बाद अब 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होना है. हालांकि अब तक कुछ सीटें ऐसी हैं जहां पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान पार्टी की ओर से नहीं किया गया है. ऐसी ही एक सीट है कैसरगंज. उत्तर प्रदेश की इस सीट को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने यहां से बाहुबली सांसद बृजभूषण सिंह को टिकट देने को लेकर सस्पेंस बना रखा है. हालांकि अब माना जा रहा है कि बृजभूषण सिंह का टिकट कटना लगभग तय है.
महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न मामले में फंसने के बाद बीजेपी ने सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण को टिकट देने का ऐलान नहीं किया. ऐसे में कैसरगंज लोकसभी सीट पर हर किसी की नजरें टिकी रहीं कि आखिर यहां से भारतीय जनता पार्टी किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी.
गुरुवार यानी 2 मई को कैसरगंज से बीजेपी का उम्मीदवार कौन होगा इस सस्पेंस खत्म हो जाएगा. खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लखनऊ के दौरे पर हैं और माना जा रहा है कि यहीं पर नाम तय कर दिया जाएगा. बृजभूषण सिंह को अगर टिकट नहीं दिया जाएगा तो बीजेपी का कैंडिडेट कौन होगा इसको लेकर भी माना जा रहा है कि बृजभूषण के करीबी को ही मौका मिलेगा.
कौन होगा कैसरगंज से बीजेपी उम्मीदवार
राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं हैं कि कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण की जगह बीजेपी उन्हीं के परिवार के सदस्य को मौका दे सकती है. माना जा रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे करण को पार्टी टिकट दे सकती है. करण भूषण सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष भी हैं. सोशल मीडिया पर भी उनके नाम की चर्चाएं वायरल हो रही हैं.
बृजभूषण खुद को बता चुके दावेदार
हालांकि बृजभूषण सिंह लगातार खुद को दावेदार मान रहे हैं. टिकट में देरी को लेकर भी उन्होंने कहा था कि इस सीट पर टिकट के लिए एक दावेदार मैं भी हूं. यही नहीं जब उनके टिकट कटने की अटकलें चलीं थीं तो उन्होंने ये भी कहा था कि इसमें मेरी क्या गलती है? हालांकि उन्होंने अंतिम निर्णय बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर ही छोड़ा है.
इन दो सीटों पर बीजेपी ने नहीं खोले हैं पत्ते
भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभी सीट में से 75 पर चुनाव लड़ रही है. जबकि अन्य पांच सीट गठबंधन के सहयोगी दलों को दी गई हैं. इनमें से बीजेपी ने अब तक 73 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है, लेकिन दो सीट पर सस्पेंस बरकरार है. इसमें से पहली सीट कैसरगंज है जबकि दूसरी रायबरेली है. माना जा रहा है कि गुरुवार 2 मई को इन दोनों ही सीट से सस्पेंस खत्म हो जाएगा.
कांग्रेस भी आज कर सकती है रायबरेली का सस्पेंस खत्म
रायबरेली सीट से कांग्रेस ने भी अब तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस यहां से राहुल गांधी को लड़ा सकती है. अब तक इस सीट से सोनिया गांधी चुनाव लड़ती आई हैं. ये सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है. इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी तक गांधी परिवार के सदस्य यहां से लगातार जीत दर्ज करते आए हैं.
इस बार सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव न लड़ते हुए राज्यसभा जाने का फैसला लिया. इस वजह से इस सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा इसको लेकर चर्चाएं तेज हैं. रायबरेली को गांधी परिवार की सीट कहा जाता है. अगर राहुल या प्रियंका यहां से चुनाव लड़ते हैं तो सीट घर में ही रहेगी, लेकिन अगर किसी अन्य उम्मीदवार को उतारा जाता है तो पहली बार कोई गैर गांधी इस सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार होगा. माना जा रहा है कि 2 मई को कांग्रेस की ओर से भी इस सीट को लेकर सस्पेंस खत्म किया जा सकता है.