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Lok Sabha Election 2024: तानाशाह की असली 'सूरत, चुनाव से पहले गुजरात में बीजेपी उम्मीदवार की जीत पर राहुल गांधी का तंज

Special Coverage Desk Editor
22 April 2024 4:58 PM GMT
Lok Sabha Election 2024: तानाशाह की असली सूरत, चुनाव से पहले गुजरात में बीजेपी उम्मीदवार की जीत पर राहुल गांधी का तंज
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Lok Sabha Election 2024: सोमवार (22 अप्रैल) को गुजरात की सूरत सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए। कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद उन्हें निर्विरोध चुना गया है।

Lok Sabha Election 2024: सोमवार (22 अप्रैल) को गुजरात की सूरत सीट से बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए। कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने के बाद उन्हें निर्विरोध चुना गया है। हालांकि, अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी उम्मीदवार की जीत पर सवाल उठाए हैं, उन्होंने इस जीत की तुलना तानाशाही से की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ''तानाशाह का असली 'चेहरा' एक बार फिर देश के सामने है। लोगों से अपना नेता चुनने का अधिकार छीनना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को नष्ट करने की दिशा में एक और कदम है।'' एक बार फिर कह रहा हूं- ये सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, ये देश बचाने का चुनाव है, संविधान बचाने का चुनाव है।

जयराम रमेश ने बीजेपी पर निशाना साधा

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने सूरत सीट पर बीजेपी की जीत को सिलसिलेवार तरीके से समझाया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। आप क्रोनोलॉजी समझिए। सूरत जिला निर्वाचन अधिकारी ने सूरत लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द कर दिया है। इसका कारण तीनों प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताई गई है।इसी तरह का कारण बताते हुए अधिकारियों ने सूरत से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन खारिज कर दिया। कांग्रेस पार्टी बिना उम्मीदवार के रह गई है।

बीजेपी डरी हुई है-जयराम रमेश

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। 7 मई, 2024 को मतदान से लगभग दो सप्ताह पहले 22 अप्रैल, 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार को निर्विरोध चुना गया। प्रधानमंत्री मोदी के अन्याय काल में एमएसएमई मालिकों और व्यापारियों की परेशानी और गुस्से को देखकर बीजेपी इतनी बुरी तरह डर गई है कि सूरत लोकसभा का मैच फिक्स करने की कोशिश कर रही है।1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से वे लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं। हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबा साहेब अम्बेडकर का संविधान - सब कुछ गंभीर खतरे में है। मैं दोहराता हूं, यह हमारे जीवनकाल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है। आपको बता दें कि गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर 7 मई को वोटिंग होनी थी। हालांकि, चुनाव से ठीक दो हफ्ते पहले सूरत सीट से बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध चुना गया।

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