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सरकार ने पॉलिसी बदली:संदिग्ध मरीज भी कोविड सेंटर में भर्ती हो सकेंगे, पॉजिटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी नहीं
नई दिल्ली : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरीजों को भर्ती करने की पॉलिसी में बदलाव किया है। अब कोविड सेंटर में भर्ती होने के लिए मरीजों को पॉजिटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी नहीं होगा। यानी अब संदिग्ध मरीज भी कोविड सेंटर में भर्ती हो सकेंगे। उन्हें संदिग्ध मरीजों के वार्ड में रखा जाएगा।
हेल्थ मिनिस्ट्री की नई पॉलिसी में ये नियम
कोरोना के संदिग्ध मरीजों को कोविड केयर सेंटर, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर या डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के सस्पेक्ट वॉर्ड में भर्ती किया जा सकेगा।
किसी भी मरीज को सर्विस देने से इनकार नहीं किया जा सकता। इसमें ऑक्सीजन और जरूरी दवाएं भी शामिल हैं, भले ही मरीज किसी दूसरे शहर का ही क्यों न हो।
किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं किया जा सकता है। भले ही उसके पास उस शहर का वैलिड आईडी कार्ड न हो, जहां पर अस्पताल स्थित है। अस्पताल में एंट्री जरूरत के हिसाब से होगी।
कोरोना के केस में अस्पतालों में 2 लाख से ज्यादा कैश पेमेंट को भी मंजूरी दी थी
कोरोना से जूझ रहे मरीजों और उनके परिजन को राहत देने के लिए सरकार ने शुक्रवार को एक और फैसला लिया था। कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे अस्पताल, डिस्पेंसरी और कोविड केयर सेंटर्स अब दो लाख रुपए से ज्यादा का पेमेंट भी कैश ले सकेंगे। यह छूट 31 मई तक रहेगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि इस तरह के इंस्टीट्यूट को मरीज और पेमेंट करने वाले का पैन या आधार कार्ड लेना होगा। साथ ही मरीज और पेमेंट करने वाले के बीच रिश्ते की जानकारी भी लेनी होगी।
बीते दिन 4.01 लाख नए केस
अस्पतालों में बेड की किल्लत के बीच सरकार पर पॉलिसी में बदलाव करने का दबाव बढ़ रहा था। देश में बीते 24 घंटे में 4 लाख 1 हजार 228 नए संक्रमित मिले हैं। 3 लाख 19 हजार 469 ठीक हुए और 4,191 की मौत हो गई। इस महामारी से एक दिन में जान गंवाने वालों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह भी चिंता की बात है कि देश में लगातार तीन दिन से 4 लाख से ज्यादा केस आ रहे हैं। इससे पहले 7 मई को 4.14 लाख और 6 मई को 4.13 लाख मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।